Up Election 2022 : मुरादाबाद में दो सीटों पर भाजपा का पलड़ा भारी, एक पर सपा भी लड़ाई में

UP Election 2022: इस सीट से सपा के बाहरी प्रत्याशी होने का भी विरोध हो रहा है और बीएसपी (Bsp) को थोड़ा जन समर्थन मिला रहा है। ये मुस्लिम ओर जाट बाहुल्य (muslim and jaat vote) विधान सभा है।

Report :  Sudhir Goyal
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-02-12 10:33 IST

मुरादाबाद में दो सीटों पर भाजपा का पलड़ा भारी, एक पर सपा भी लड़ाई में (Social Media)

Up Election 2022 : विधानसभा 2022 (Up Election 2022) के चुनावों में कौन किसपर कितना भारी, जनता किस पर करेगी भरोसा, हम बात कर रहे हैं विधानसभा 25 कांठ की। यहां से सपा से मंत्री रहे कमाल अख्तर (sp minister Kamal Akhtar) बीएसपी से पूर्व विधायक रिजवान अहमद के बेटे व भाजपा के राजेश कुमार चुन्नू (Rajesh Kumar Chunnu of BJP, son of former BSP MLA Rizwan Ahmed) भाग्य आजमा रहे हैं।

यहां सपा के बाहरी प्रत्याशी होने का भी विरोध हो रहा है और बीएसपी (Bsp) को थोड़ा जन समर्थन मिला रहा है। ये मुस्लिम ओर जाट बाहुल्य (muslim and jaat vote) विधान सभा है। यहां बीजेपी (Bjp) के मौजूदा विधायक राकेश कुमार चुन्नू की स्थिति मजबूत है। यानी माना जाए तो एक नंबर पर बीजेपी, दो पर सपा और तीन पर बीएसपी रहने वाली है।

बीजेपी और सपा में कांटे की टक्कर

ठाकुरद्वारा में बीजेपी और सपा में कांटे की टक्कर है। यहां से भाजपा के ठाकुर अजय प्रताप और सपा के नबाब जन के बीच काटे की टक्कर है। ये सीट बीजेपी की 1965 से पारंपरिक सीट है। बस एक बार बीएसपी के विजय यादव जीते थे और पिछली बार सपा से नवाब जान जीते थे परंतु नवाब जान के समय में गुंडा गर्दी ज्यादा हुई है। इस लिए जनता नाराज है। अभी दो दिन पूर्व ही नवाब जान के गुर्गों के खिलाफ घर में घुस कर एक किशोरी को घायल करने और उसके परिवार को मारने पीटने ओर छेड़खानी की रिपोर्ट भी हुई है। यहां स्थिति तो बीजेपी की मजबूत है, पर दस मार्च के बाद देखते हैं जनता किस पर मेहरबान होती है। 

 सपा प्रत्याशी हाजी यूसुफ अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं

मतदान की तिथि नजदीक आते आते सीट नंब 28 नगर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव रोमांचक होता जा रहा है। सपा प्रत्याशी हाजी यूसुफ अंसारी तेज प्रचार के साथ मजबूत रणनीति के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। जनसंपर्क के बीच उन्होंने कई पुराने कांग्रेस पदाधिकारियों को सपा में शामिल करके चुनावी समीकरण अपने पक्ष में करने में सफलता प्राप्त की है। याद रहे कि तीन दिन पहले भी कांग्रेस के सगीर सईद सपा में शामिल हो चुके हैं। सभी वर्गों व धर्मों का समर्थन मिला यूसुफ अंसारी को।

शुक्रवार को सपा प्रत्याशी हाजी यूसुफ अंसारी के कार्यालय में कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पंडित नितिन शर्मा, शाकिर अली राइनी, व्यापार प्रकोष्ठ महासचिव कपिल सक्सेना, मोहम्मद वसी अंसारी, ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पंडित गजेंद्र जिलाध्यक्ष नजीर सैफी, सोनू, शाहिद अंसारी, नबी अहमद ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। 

सपा प्रत्याशी हाजी यूसुफ अंसारी की जीत तय

हाजी यूसुफ अंसारी ने कहा कि कांग्रेस पदाधिकारियों के आने से चुनाव को और बल मिलेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि कांग्रेस से आए लोगों को सम्मान के साथ उचित पदों पर मनोनीत भी कराया जाएगा। कांग्रेस से आए नेताओं ने दावा किया है कि सपा प्रत्याशी हाजी यूसुफ अंसारी की जीत तय है। पहले कांग्रेस ने सपा के मौजूदा विधायक को अपने पार्टी का टिकट देकर तोड़ लिया था और सपा को एक जोर का झटका दिया था । उसी तरह समाजवादी प्रत्याशी ने भी पुराने कांग्रेसी ओर उसके सैकड़ों समर्थको को अपनी पार्टी में मिला कर झटका दिया है।

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