UP में मिलावटी शराब दो मिनट में पहचान में आ जाएगी, अब ठेका में आ रही 'पीओएस' मशीन

Jhansi: शराब की दुकानों में अब मिलावटी शराब बिक्री पर अंकुश लगेगा। एंड्रायड मोबाइल फोन की तरह दिखने वाली पीओएस गड़बड़झाला रोकेगी।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2022-05-26 20:20 IST

पीओएस।

Jhansi: शराब की दुकानों में अब मिलावटी शराब बिक्री पर अंकुश लगेगा। एंड्रायड मोबाइल फोन की तरह दिखने वाली पीओएस (POC) गड़बड़झाला रोकेगी। दुकानों में डंप शराब व बिक्री का पूरा ब्यौरा मशीन में संकलित रहेगा। यदि शराब की बोतलों में नकली क्यूआरकोड लगा है तो वह बोतल मशीन में स्कैन ही नहीं होगी और नकली शराब की पोल खुल जाएगा।

इन जगह पर 438 शराब की दुकानें संचालित

जिले के सदर, टहरौली, मोंठ, मऊरानीपुर, गरौठा तहसील में 438 शराब की दुकानें संचालित है। इनमें देसी, अंग्रेजी और बीयर और पांच मॉडल शॉप है। प्रत्येक दुकानों में सीसी कैमरे भी लगे हुए हैं। अब शासन ने गड़बड़ाझाला रोकने के लिए पीओएस मशीनें भेज दी है। इसकी संख्या 438 है। इसे विभागीय अफसरों ने सभी दुकानों में पहुंचा भी दी है। अभी तक अनुज्ञापी दुकान की शराब न बिकने पर दूसरे दुकान में शराब कर बिक्री कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। विभागीय अफसरों के मुताबिक ओसिस कंपनी के कर्मचारी मशीन के बारे में दुकानों में जाकर अनुज्ञापी और सेल्समैनों को चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। मशीनों को एक्टीवेट करा दिया गया है। अब मिलावटी शराब बिक्री पर अंकुश लग जाएगा।

माल डंप होने और बिक्री का रहेगा ब्योरा

अनुज्ञापी ने गोदाम से कितनी शराब का उठान किया है और कितनी शराब बिक्री किया। इसका ब्योरा मशीन में अंकित रहेगा। मशीन में ब्योरा अंकित किए बिना गोदाम से शराब की उठान नहीं कराई जाएगी। इसी के साथ प्रत्येक शराब की पौव्वा व बोतल की बिक्री का मशीन में स्कैन कराया जाएगा। यदि कोई ग्राहक शराब वापस करना चाहता है तो उसे डेढ़ मिनट में ही शराब वापस करना पड़ेगी।

मशीन गुम होने पर देना पड़ेगा 32 हजार

अनुज्ञापियों ने बताया कि अफसरों ने पीओएस मशीनों को दुकान में स्टैंड रखकर रखने की सलाह दी है। क्योंकि यदि मशीन खो गई तो विभाग के पास 32 हजार रुपये जमा करेगा। हालांकि, अभी तक इन मशीनों को अनुज्ञापियों के लिए निःशुल्क मुहैया कराया गया है।

नेटवर्क न होने पर बिक्री में आएगी समस्या

अनुज्ञापियों ने बताया कि पीओएस मशीन में जीओ और वोडा के दो सिम पड़े हैं। ग्रामीण इलाकों में अक्सर बिजली की कटौती रहती है। एेसी हालत में यदि मशीन चार्ज न हुई तो परेशान आएगी और यदि नेटवर्क चला गया और तो भी समस्या आएगी। एेसे में अफसरों को कोई न कोई हल निकालना चाहिए।

इनका कहना है

जिला आबकारी अधिकारी प्रमोद कुमार गोयल (District Excise Officer Pramod Kumar Goyal) ने कहा कि शासन की पहल पर अब जिले के सभी शराब की दुकानों में पीओएस (प्वाइंट आफ सेल) मशीनें रखवा दी गई हैं। इन मशीनों में दुकान पर रखी शराब के डंप होने से लेकर बिक्री तक की तस्वीरें स्कैन होंगी। कुछ दुकानों में शीशी स्कैन कर बिक्री का काम भी शुरु हो गया है।

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