गाजीपुर सदर विधायक संगीता बलवंतः राजनीति में न आती तो लेखन कार्य करती

बीजेपी विधायक ने कहा कि गाजीपुर की समस्याओं को विधानसभा में मैं हमेशा उठाती रहती हूं। ताकि यहां के समस्याओं का निस्तारण किया जा सके एक सवाल के जवाब में संगीता बलवंत ने कहा कि जब तक जीवन है, तब तक कार्य खत्म नहीं होंगे।

Update:2020-08-27 17:54 IST
गाजीपुर सदर विधायक संगीता बलवंतः राजनीति में न आती तो लेखन कार्य करती

गाजीपुर। गाजीपुर की सदर विधानसभा से पहली बार विधायक बनी डॉ. संगीता बलवंत राजनीतिज्ञ के साथ-साथ एक लेखक भी हैं। उनका कहना है कि राजनीति में न आती तो लेखन कार्य करतीं। वह कहती हैं महिलाएं राजनीति में आएंगी तभी महिलाओं और देश का सर्वांगीण विकास होगा। संगीता बलवंत ने अपना भारत/न्यूज़ट्रैक के संवाददाता रजनीश कुमार मिश्र विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की।

कक्षा 11 में बनीं वाइस प्रेसीडेंट

विधायक ने बताया कि पहली बार 2017 में बीजेपी के टिकट पर सदर विधानसभा से विधायक बनीं, हालांकि सन् 2005 में जिला पंचायत चुनाव भी जीत चुकी हैं। संगीता बलवंत बताती हैं कि जब मैं कक्षा 11 में पढ़ती थी तब मैं छात्रसंघ वाइस प्रेसिडेंट चुनी गई थी। उन्होंने बताया कि बाल्यावस्था से ही मेरे मन में यह भाव था की महिलाएं राजनीति में आएंगी तभी महिलाओं और देश का सर्वांगीण विकास होगा।

सदर विधायक संगीता बलवंत कहती है, नेतृत्व का भाव धीरे धीरे विद्यार्थी जीवन से ही विकसित होने लगा विधायक संगीता बलवंत राजनीतिज्ञ के साथ-साथ एक लेखक भी है।

छात्र संघ चुनाव भी जीत चुकी हैं

सदर विधायक संगीता बलवंत की राजनीतिक सफर की बात की जाए तो 11वीं में कक्षा से नेतृत्व करने की उनमें लालसा थी। बीजेपी विधायक बताती हैं कि जब वो 11वीं कक्षा में पढ़ती थी।

तब वो अपने विद्यालय में वाइस प्रेसिडेंट चुनी गई थीं। उन्होंने बताया कि जब वो पीजी कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष के छात्रा थी तब छात्र संघ का चुनाव लड़ा और भारी मतों से विजई हुई।

उन्होंने बताया कि यहीं से राजनीति में अपना भविष्य तलाशने लगी ताकि महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में जाकर अपना परचम लहराए।

सदर विधायक बताती हैं कि क्षेत्र के लोगों के आशीर्वाद से सन् 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी और क्षेत्रीय जनता का आशीर्वाद प्राप्त हुआ और सदर विधानसभा से निर्वाचित घोषित हुई।

लेखक भी हैं संगीता बलवंत

गाजीपुर जनपद के सदर विधानसभा से बीजेपी विधायक संगीता बलवंत एक राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक लेखक भी हैं।

उन्होंने बताया कि साहित्य में मैं बहुत रूचि रखती हूं। बीजेपी विधायक कहती हैं कि आज मेरी दो पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।

संगीता बलवंत कहती हैं जब मैं सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। तभी से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रूचि रखती आ रही हूं। उन्होंने कहा कि अगर मैं राजनीति में ना आती तो एक लेखक के तौर पर साहित्य में और समय दे पाती उन्होंने कहा कि राजनीति में व्यस्त होने के बाद भी समय निकालकर कुछ ना कुछ लेखन का कार्य कर लेती हूं।

चुनाव सुधार के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव महंगे अवश्य होते जा रहे हैं। और लोकहित में महंगा होता हुआ चुनाव ठीक बात नहीं है, एक सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी विधायक संगीता बलवंत ने कहा कि चुनाव सुधार के लिए गाइडलाइन बनी हुई है। उस का गंभीरता से पालन करवाना आवश्यक है।

काफी पढ़ी-लिखी हैं

जनपद की सदर विधायक संगीता बलवंत की शिक्षा की बात की जाए तो वो काफी पढ़ी-लिखी हैं। और वो एक शिक्षित राजनीतिज्ञ की श्रेणी में आती हैं, विधायक की शिक्षा M,A,LL.B, PH.D है।

सदर विधायक बताती हैं कि अपने जनप्रतिनिधियों से देव तुल्य नागरिकों की अपेक्षा अच्छी बात है। नागरिक अपना जनप्रतिनिधि इसलिए चुनते हैं, ताकि वो उनकी अपेक्षाओं को पूरा करें और जन सेवा में बेहतर साबित हो सकें। इसमें कोई दिक्कत महसूस नहीं होती है।

एक सवाल के जवाब में विधायक संगीता बलवंत ने बताया कि देव तुल्य नागरिक सदैव सही विचार धारा के साथ प्रमुखता से खड़े रहते हैं। और उनसे हम यही अपेक्षा भी करते हैं।

मिला युवा विधायक सम्मान

बीजेपी विधायक ने बताया कि सन् 2017 में जब मुझे नागरिकों ने विधायक बनाकर विधानसभा भेजा। उसके दो साल बाद ही एमआईटी भारतीय छात्र संसद द्वारा पूरे हिंदुस्तान में 16 विधायकों को आदर्श युवा विधायक का सम्मान दिया गया। जिसमें प्रथम नंबर पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से सदर विधायक के रूप में मेरा चयन किया गया। ये मेरे लिए बहुत ही हर्ष का विषय था। इस सम्मान को मैं गाजीपुर के देव तुल्य नागरिकों को समर्पित करते हुए बेहद गदगद थी।

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डॉक्टर संगीता बलवंत कहती हैं कि सुख दुख तो जीवन का एक पहलू है, जो सुख के बाद दुख आता ही है। लेकिन मैं अपना दुख जनता को सुनाना नहीं चाहूंगी जनता का दुख सुनना चाहूंगी।

तो करती हूं लेखन का कार्य

गाजीपुर सदर विधायक डॉ संगीता बलवंत एक सवाल का जवाब देते हुए कहती हैं कि राजनीति के बाद जो समय मिलता है। अपने परिवार में बिताती हूं और लेखन का भी कार्य करती हूं।

राजनीति में बदलाव के सवाल पर कहती हैं कि निसंदेह राजनीति में बदलाव हुए हैं और समय के साथ परिवर्तन होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जो देश व उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए कटिबद्ध है।

दल बदल के सवाल पर कहा कि एक दल सेवा करने का माध्यम होता है। जिसे जिस दल की नीतियां पसंद होती हैं उसमें वो कार्य करता है। उन्होंने कहा की एक दल में स्थापित होकर कार्य करना ज्यादा उचित होता है।

सदर विधायक की उपलब्धियां

संगीता बलवंत अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए कहती हैं, कि अपने विधानसभा क्षेत्र में 22 ट्यूब लगवाए हैं। जिससे किसानों को खेती करने के लिए दिक्कत ना हो।

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पूजन बाबा धाम कटान पर 30 करोड़ का बजट पास करा कर कटान को रोका गया। उन्होंने बताया कि नागा बाबा, पूजन बाबा, साईं बाबा धाम पर विधायक निधि से सामुदायिक भवन का निर्माण कराना ताकि क्षेत्र वासियों को दिक्कत ना हो।

दी गई लोगों को सहायता

विधायक ने बताया कि विवेकाधीन कोष से अधिक से अधिक लोगों को सहायता प्रदान कराई गई। हमारे द्वारा दिव्यांगजनों के लिए भी शुद्ध जल पीने की व्यवस्था की गई, सदर विधायक ने बताया कि क्षेत्र में बहुत सी ऐसी सड़के हैं जो आजादी के बाद पहली बार निर्माण कराया गया।

बीजेपी विधायक ने कहा कि गाजीपुर की समस्याओं को विधानसभा में मैं हमेशा उठाती रहती हूं। ताकि यहां के समस्याओं का निस्तारण किया जा सके एक सवाल के जवाब में संगीता बलवंत ने कहा कि जब तक जीवन है, तब तक कार्य खत्म नहीं होंगे।

उन्होंने कहा कि मेरे सामने जो भी समस्या आएगी मैं सब कामों को करने का प्रयास करूंगी।

विधायक निधि का प्रयोग क्षेत्र के लिए

विधायक निधि के सवाल पर जवाब देते हुए विधायक संगीता बलवंत कहती हैं, कि विधायक निधि का जो भी पैसा है। वो क्षेत्र के लिए है, क्षेत्र के विकास के लिए है।

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उन्होंने कहा कि जनपद में महिला विश्वविद्यालय के लिए सदन में हमेशा मुख्यमंत्री के सामनेअवाज उठाती हूं। गाजीपुर जनपद विश्वविद्यालय स्थापना के लिए संपूर्ण मानकपूर्ण करता है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भविष्य में मेरी ये मांग की पूरी होगी।

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