सोनभद्र मिड डे मील मामले में निलंबित होंगे एबीएसए: बेसिक शिक्षा मंत्री 

वीडियो बनाने वाले युवक राजवंश चौबे ने बताया कि जब वह मौके पर गए तो उन्‍होंने पानी मिलाते हुए खुद अपनी आंखों से देखा था। पूछने पर बताया गया कि वह तो रसोइया है, जो मिलता है वही बच्‍चों को पिलाते हैं।

Update: 2019-11-29 08:29 GMT

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र मिड डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां के चोपन ब्‍लॉक के सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बुधवार को बच्चों को मेन्‍यू के मुताबिक, दूध देते समय 1 लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 85 बच्चों को बांटा गया। दूध में पानी मिलाने का एक वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

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शिक्षामित्र पर गिरी गाज

जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो एबीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर दोषी शिक्षामित्र को कार्यमुक्त कर दिया। और दोबारा बच्चों को दूध बांटा गया। जब इस संबंध में स्कूल की रसोईया फूलवंती से बता किया गया तो उसने बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया था और उसने उसे 1 लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दे दिया।

वहीं, दूसरी तरफ मौके पर जांच में पहुंचे एबीएसए मुकेश कुमार ने बताया कि पहली नजर में तो गलती शिक्षामित्र की लगती है और उसे कार्यमुक्त कर दिया गया है। हालांकि, बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा भी दूध बांटा गया था।

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वीडियो बनाने वाले युवक राजवंश चौबे ने बताया कि जब वह मौके पर गए तो उन्‍होंने पानी मिलाते हुए खुद अपनी आंखों से देखा था। पूछने पर बताया गया कि वह तो रसोइया है, जो मिलता है वही बच्‍चों को पिलाते हैं। ये एक ऐसा पहला मामला नहीं है जब मिड डे मील में मिलावट का कारनामा सामने आया हो, ऐसा आए दिन होता रहता है। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ तो होता रहता है। ​लेकिन जिम्मेदार है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

निलंबित होंगे एबीएसए

सोनभद्र के प्राइमरी स्कूल में दूध में पानी मिलाए जाने के मामले में यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार और सोनभद्र के प्रभारी मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि घटना की जांच जिलाधिकारी द्वारा की जा चुकी है और इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई, शिक्षक का निलंबन और शिक्षामित्र की सेवा समाप्ति के आदेश जारी किए जा चुके है। उन्होंने बताया कि शिक्षामित्र के खिलाफ एफआईआर के भी आदेश दिए गए हैं। डा. द्विवेदी ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी को एक साथ दोनों शिक्षकों को अवकाश पर नहीं भेजना चाहिए था, उनके खिलाफ भी मुख्यालय रिपोर्ट आ रही है, उन्हें भी निलंबित कर दिया जाएगा।

बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि जिलाधिकारी की जांच के मुताबिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र चाहता था कि मिड डे मील का संचालन वह करे लेकिन विभाग में ऐसा कोई नियम नहीं है। मिड डे मील का संचालन सिर्फ स्थायी शिक्षक ही कर सकता है। इसी बीच विद्यालय में तैनात दो स्थायी शिक्षिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी ने एक साथ अवकाश दे दिया। लिहाजा पास के स्कूल के शिक्षक को मिड डे मील की व्यवस्था सौंपी गई। शिक्षामित्र ने इस मौके का फायदा उठाने के लिए साजिशन इस घटना को अंजाम दे दिया। उसकी मंशा थी कि इस घटना के बाद मिड डे मील की व्यवस्था की जिम्मेदारी उसे मिल जायेगी। इधर, सोनभद्र के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने घटना की जांच कर रिपोर्ट बेसिक शिक्षा निदेशालय को भेज दी है।

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