सोनभद्र मिड डे मील मामले में निलंबित होंगे एबीएसए: बेसिक शिक्षा मंत्री
वीडियो बनाने वाले युवक राजवंश चौबे ने बताया कि जब वह मौके पर गए तो उन्होंने पानी मिलाते हुए खुद अपनी आंखों से देखा था। पूछने पर बताया गया कि वह तो रसोइया है, जो मिलता है वही बच्चों को पिलाते हैं।
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र मिड डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां के चोपन ब्लॉक के सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बुधवार को बच्चों को मेन्यू के मुताबिक, दूध देते समय 1 लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 85 बच्चों को बांटा गया। दूध में पानी मिलाने का एक वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
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शिक्षामित्र पर गिरी गाज
जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो एबीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर दोषी शिक्षामित्र को कार्यमुक्त कर दिया। और दोबारा बच्चों को दूध बांटा गया। जब इस संबंध में स्कूल की रसोईया फूलवंती से बता किया गया तो उसने बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया था और उसने उसे 1 लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर बच्चों को दे दिया।
वहीं, दूसरी तरफ मौके पर जांच में पहुंचे एबीएसए मुकेश कुमार ने बताया कि पहली नजर में तो गलती शिक्षामित्र की लगती है और उसे कार्यमुक्त कर दिया गया है। हालांकि, बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा भी दूध बांटा गया था।
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वीडियो बनाने वाले युवक राजवंश चौबे ने बताया कि जब वह मौके पर गए तो उन्होंने पानी मिलाते हुए खुद अपनी आंखों से देखा था। पूछने पर बताया गया कि वह तो रसोइया है, जो मिलता है वही बच्चों को पिलाते हैं। ये एक ऐसा पहला मामला नहीं है जब मिड डे मील में मिलावट का कारनामा सामने आया हो, ऐसा आए दिन होता रहता है। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ तो होता रहता है। लेकिन जिम्मेदार है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।