Sonbhadra: इंजेक्शन लगते ही मासूम की मौत, DM ने कार्रवाई के दिए निर्देश, क्लीनिक सील, केस दर्ज
Sonbhadra News: बीजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिंडारी अंतर्गत टोला मनरहवा निवासी अभिषेक 8 वर्ष पुत्र अशोक पनिका को हल्की चोट लग गई थी।
Sonbhadra News: जिले के बीजपुर थाना क्षेत्र के पिंडारी में इंजेक्शन लगाते ही आठ वर्षीय मासूम की हुई मौत मामले का संज्ञान लेते हुए जहां डीएम बीएन सिंह ने सीएमओ डा. अश्वनी कुमार की अध्यक्षता वाली टीम का गठन कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, सीएमओ की तरफ से नोडल अधिकारी पंजीयन डॉ. कीर्ति आजाद बिंद की अध्यक्षता में गठित टीम ने मौके का निरीक्षण करने के साथ ही जहां कथित क्लीनिक को सील कर दिया। वहीं, कथित झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई के लिए बीजपुर पुलिस को तहरीर सौंप दी है। पुलिस का कहना है कि प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की मामले की जांच, पुलिस को दी तहरीर
बताया जा रहा है कि सीएमओ द्वारा गठित टीम के क्रम में टीम से जुड़े नोडल अधिकारी/पीएचसी बीजपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी मुकेश कुमार ने दोपहर बाद संबंधित क्लिनिक का निरीक्षण किया। मौके पर कथित क्लिनिक का ताला बंद पाया गया। कथित झोलाछाप चिकित्सक महेश कुमार शर्मा भी मौके से नदारद मिले। पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी देने के बाद, नोडल अधिकारी की तरफ से शाम को महेश कुमार पुत्र कांताराम निवासी महरीकला के विरूद्ध बीजपुर थाने में तहरीर दी गई। तहरीर में अवैध चिकित्सा कार्य किये जाने, बच्चे को इंजेक्शन लगाए जाने, जिससे उसकी मृत्यु हो जाने, बगैर पंजीयन, बगैर डिग्री के चिकित्सा कार्य करने का आरोप लगाते हुए, थानाध्यक्ष से प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया गया है। प्रभारी निरीक्षक बीजपुर अखिलेश कुमार मिश्रा का कहना था कि प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
यह था मामला, जिसका डीएम ने लिया संज्ञान
बीजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिंडारी अंतर्गत टोला मनरहवा निवासी अभिषेक 8 वर्ष पुत्र अशोक पनिका को हल्की चोट लग गई थी। उसकी मां के कहने पर उसकी दादी उसे लेकर, पास में क्लीनिक चलाने वाले एक झोलाछाप चिकित्सक के यहां पहुंची थी। आरोप था कि कि जीजा- साला की तरफ से चलाए जाने वाले इस कथित क्लीनिक पर जैसे ही बच्चे को इंजेक्शन लगाया गया वैसे ही उसकी हालत बिगड़ गई। परिवार वाले इसका कारण समझ पाते इससे पहले उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप था कि उन्होंने डॉक्टर बनकर क्लीनिक चलाने वाले महेश कुमार शर्मा जो पूर्व में डॉक्टर का काम करते रहे मधु सरकार का रिश्ते में साला है, से सिर्फ मलहम पट्टी के लिए कहा था लेअकिन इंजेक्शन से चोट जल्दी अच्छी होने की बात कहते हुए, जबरिया इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने के चंद मिनट बाद ही मासूम छटपटाकर गिर प़ड़ा और उसकी मौत हो गई।
क्षेत्रीय लोगों ने नोडल पर लगाए गंभीर आरोप
बीजपुर क्षेत्र के लोगों ने प्रकरण को लेकर प्राइवेट अस्पतालों एवं छोलाछाप के नोडल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कहा कि इलाके में बगैर पंजीयन बगैर डिग्री के क्लिनिक, अस्पताल के साथ ही, पैथालाजी सेंटर संचालित हो रहे हैं। मरीजों का जहां गलत तरीके से इलाज किया जा रहा है। वहीं, पैथालाजी सेंटरों से गलत रिपोर्ट देकर मरीजों की हालत और खराब करा दी जा रही है। इसको लेकर शिकायत-हंगामा के बावजूद सिर्फ कार्रवाई का भरोसा दिया जा रहा है। एक पैथालाजी की गलत रिपोर्ट के मामले में कई बार शिकायत के बावजूद लंबे समय तक जांच की जरूरत नहीं समझी गई। अब जब डीएम ने मामले ने एक्शन लिया। सीएमओ ने भी सख्ती दिखाई तो आनन-फानन में एफआईआर कराई जा रही है।
पूर्व की घटनाओं से लिया होता सबक तो बच जाता मासूम
लोगों का कहना था कि पूर्व में बीजपुर क्षेत्र के सिरसोती ग्राम पंचायत में एक नौसिखिया डॉक्टर ने एक बालक को एक घंटे में 18 बोतल पानी चढ़ा दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसी तरह कुछ दिन पहले थाना क्षेत्र के ही कोड़ार गांव निवासी एक बुजुर्ग की बीजपुर में उपचार के वक्त मौत हो गई थी। ग्रामीणों का कहना था कि अगर पूर्व की घटना से सबक लिया गया होता और संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई हुई होती तो शायद मासूम की जान बच गई होती।