Sonbhadra News: सड़क पर उतरे डीएम तो ओवरलोड दौड़ते मिले वाहन, 31 वाहनों पर गिरी गाज

Sonbhadra News: मारकुंडी घाटी स्थित इको प्वाइंट के पास लगभग घंटे भर तक की जांच में डीएम ने एक-दो नहीं 31 वाहनों को ओवरलोड संचालित होते पकड़ा। उन्हांेने ज्येष्ठ खान अधिकारी शैलेंद्र सिंह के जरिए सभी 31 वाहनों के चालान की कार्रवाई कराई।

Update:2024-10-23 18:57 IST

Sonbhadra News ( Pic- News Track)

Sonbhadra News: एक तरफ जहां अनपरा से रेणुकूट के बीच नेशनल हाइवे पर ओवरलोडिंग के चलते जहां-तहां भारी वाहनों के खराब होने और उसके चलते लगा भीषण जाम लोगों की रूलाई छुड़ाता रहा। वहीं, मुख्यालय पर ओवरलोडिंग जांच के लिए संयुक्त टीम गठित होने के बावजूद, बुधवार को जब डीएम बीएन सिंह मिलती शिकायतों के परिप्रेक्ष्य में, जांच के लिए सड़क पर उतरे तो वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बेखौफ दौड़़ते मिले ओवरलोड वाहनों के नजारे ने उन्हें भी एकबारगी भौंचक कर रख दिया। उधर, डीएम की चेकिंग से वाहन संचालकों-पासरों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

मारकुंडी घाटी स्थित इको प्वाइंट के पास लगभग घंटे भर तक की जांच में डीएम ने एक-दो नहीं 31 वाहनों को ओवरलोड संचालित होते पकड़ा। उन्हांेने ज्येष्ठ खान अधिकारी शैलेंद्र सिंह के जरिए सभी 31 वाहनों के चालान की कार्रवाई कराई। साथ ही संबंधितों को इस बात की हिदायत दी कि ओवरलोडिंग पर अंकुश में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। ओवरलोडिंग और अवैध परिवहन करने वाले वाहनों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। टैंपर्ट नंबर, बिना नंबर प्लेट लगे वाहन तथा मानक के अनुरूप तथा फिक्स अवस्था में नंबर प्लेट न लगाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया।

जांच से मची रही अफरातफरी, उड़ती रही हवाईः

उधर, डीएम के जांच से ओवरलोड वाहन संचालकों-पासरों के चेहरे पर हवाई उड़ती रही। इको प्वाइंट पर वाहनों की चेकिंग की सुचना मिलते ही, जहां मारकुंडी घाटी नीचे कई ओवरलोड वाहन लिंक मार्गों की तरफ मोड़ दिए गए। वहीं, कई वाहनों को सड़क किनारे खाली जगहों पर खड़ा कर दिया गया। वहीं, संयुक्त टीम की निगरानी के बावजूद ओवरलोड दौड़ते वाहनों को लेकर कथित कर्मियों-लोकेशन माफियाओं के मिलीभगत की भी चर्चाएं बनी रही।

की जनशिकायतों की सुनवाई, दिए निर्देश:

डीएम ने कलेक्ट्रेट में दूर-दराज से आए ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं और शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। आई शिकायतों में ज्यादातर मामले राजस्व के रहे। इसको देखते हुए निर्देशित किया गया कि राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम मौके पर जाकर जांच करें और सही तथ्यों का परीक्षण कर, प्रकरण का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराए ताकि शिकायतकर्ताओं को राहत के लिए भटकना न पड़े।

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