Sonbhadra News: 28043 मेगावाट पहुंची बिजली खपत ने तोड़े सारे रिकार्ड, जुलाई में पहली बार बना अधिकतम खपत का रिकार्ड

Sonbhadra News: लगातार बढ़ती बिजली खपत भी नया रिकार्ड बना रही है। रविवार की देर रात बिजली की अधिकतम मांग और खपत जहां 28043 मेगावाट जा पहुंची। वहीं, इसी के साथ यूपी में बिजली खपत के अब तक के सारे रिकार्ड ध्वस्त हो गए।

Update:2023-07-24 12:43 IST
Electricity Consumption Broke all Records, Sonbhadra

Sonbhadra News:

Sonbhadra News: जुलाई माह के तीन सप्ताह व्यतीत होने के बावजूद बनी अवर्षण की स्थिति के चलते चिलचिलाती धूप और भारी उमस ने जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। वहीं, लगातार बढ़ती बिजली खपत भी नया रिकार्ड बना रही है। रविवार की देर रात बिजली की अधिकतम मांग और खपत जहां 28043 मेगावाट जा पहुंची। वहीं, इसी के साथ यूपी में बिजली खपत के अब तक के सारे रिकार्ड ध्वस्त हो गए। यह आंकड़ा इसलिए भी महत्चपूर्ण है कि जुलाई माह में पहली बार अधिकतम खपत का नया रिकार्ड सामने आया। उधर, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी अधिकतम मांग और खपत के नए रिकार्ड को ऐतिहासिक बताया है और लोगों से संयम की अपील की है।

बताते चलें कि जुलाई माह के तीसरे-चौथे दिन से ही बिजली खपत का बढ़ता आंकड़ा ऊर्जा विशेेषज्ञों को चौंकाए हुए है। अभी पिछले माह जून में ही 27611 मेगावाट पहुंची बिजली की मांग और खपत ने यूपी में सर्वाधिक मांग-खपत का रिकार्ड बनाया था। अभी उसे एक माह भी नहीं व्यतीत हुए कि जुलाई माह में नया रिकार्ड बनकर सामने आ गया। आंकड़े बताते हैं कि जुलाई माह के आखिरी सप्ताह में शुरू हुए बारिश के सिलसिले ने बिजली खपत पर रोक तो लगाई लेकिन जैसे ही जुलाई माह के तीसरे-चौथे दिन से अवर्षण की स्थिति बनी, वैसे ही बिजली खपत का आंकड़ा बढ़ता गया।

पहली जुलाई को 22 हजार मेगावाट के इर्द-गिर्द रहने वाली बिजली की अधिकतम मांग, जहां महज दो दिन बाद ही तीन जुलाई को 24 हजार मेगावाट को पार कर गई। वहीं अगले दिन यानी पांच जुलाई को यह आंकड़ा 25187 और सात जुलाई को 25387 मेगावाट पर जा पहुंचा। बीच के दिनों के हल्की राहत मिली। इसके बाद आंकड़ा एक बार फिर से उछाल मारते हुए 17 जुलाई को 26228, 19 जुलाई को 27419 और 21 जुलाई को 27622 मेगावाट पर पहुंचकर, जून माह के 27611 मेगावाट को पीछे छोड़ दिया। इस आंकड़े को भी दो दिन नहीं व्यतीत हो पाए थे कि 27 जुलाई की रात 11 बजे के लगभग 28042 मेगावाट पर जा पहुंची मांग ने सारे रिकार्डों को पीछे छोड़ने के साथ ही, यूपी के पावर सेक्टर के सामने बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन की बड़ी चुनौती खड़ी कर दी।

- इकाइयों की ट्रिªपिंग और अवर्षण बढ़ाए हुए है बेचैनीः

सोनभद्र स्थित तापीय और जल विद्युत परियोजनाएं राज्य सरकार को सबसे सस्ती बिजली मुहैया कराती हैं लेकिन बीच-बीच में होती इकाइयों की ट्रिपिंग और अवर्षण की स्थिति के चलते रिहंद बांध का न्यूनतम जलस्तर सूबे के पावर सेक्टर में बेचैनी की स्थिति बनाए हुए है। पिछले चार दिन से बंद चल रही अनपरा की तीन इकाइयां उत्पादन पर आने से बड़ी राहत मिली है। वहीं ओबरा की 200 मेगावाट वाली नौवीं इकाई से उत्पादन ठप है जिससे बिजली उत्पादन शुरू करने की कवायद जारी है। रिहंद बांध में न्यूनतम जलस्तर होने के कारण, रिहंद जल विद्युत और ओबरा जल विद्युत गृह से पावर सेक्टर को, इनकी क्षमता मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है।

-- बिजली की मांग ऐतिहासिक, लोगों से सहयोग की प्रार्थना: ऊर्जा मंत्री

जुलाई माह में पहली बार दर्ज हुई यूपी की अब तक की सर्वाधिक मांग और खपत के रिकार्ड को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि पहले 26 हजार, फिर 27 हजार और कल रात 28 हजार मेगावाट को भी पार कर कई बिजली की मांग। पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए इस कर्मी में ऐतिहासिक और अप्रत्याशित रूप से बिजली की मांग बढ़ी है। बिजली का संयमपूर्ण उपयोग करें। बचत आवश्यक है। सहयोग प्रार्थनीय है।

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