Sonbhadra News: सब्जी की आड़ में हो रही थी शराब की तस्करी, दो वाहनों पर लदी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद, तीन गिरफ्तार
Sonbhadra News: सूचना के आधार पर एसओजी और कोन पुलिस की टीम ने बृहस्पतिवार की रात चेकिंग के दौरान एक पिकअप और एक ऑटो कर को कब्जे में लिया।;
Sonbhadra News: सोनभद्र के जिला मुख्यालय से सब्जी आपूर्ति की आड़ में बिहार के लिए शराब तस्करी का मामला सामने आया है। एसओजी और कोन पुलिस की संयुक्त टीम ने शराब तस्करी में प्रयुक्त किए जा रहे दो वाहनों को कब्जे में लेने के साथ ही 345.6 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की है। तीन तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर आगे की छानबीन जारी है।
बताते हैं कि मिली सूचना के आधार पर एसओजी और कोन पुलिस की टीम ने बृहस्पतिवार की रात चेकिंग के दौरान एक पिकअप और एक ऑटो कर को कब्जे में लिया। दोनों वाहनों से तलाशी में 40 पेटी में रखी 180 एमएल की ऑफिसर च्वाइस ब्रांड वाली 1920 पाउच अवैध अंग्रेजी शराब (कुल 345.6 लीटर) बरामद की गई । कब्जे में ली गई शराब की बाजारू कीमत लगभग तीन लाख बताई जा रही है। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक एसपी अशोक कुमार मीणा की तरफ से शराब तस्करों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए थे उसी क्रम में पुलिस की तरफ से यह कार्रवाई की गई। प्रकरण में थाना कोन पर धारा- 60/63/72 आबकारी अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत किया गया है।
रॉबर्ट्सगंज से सस्ती कीमत पर खरीदते थे शराब, सब्जी आपूर्ति की आड़ में ले जाते थे बिहार
पुलिस के पूछताछ में शराब तस्करी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए अभिमन्यु कुमार पुत्र शत्रुध्न सिंहा निवासी छाजन पशरवारा, थाना कुढ़नी, जिला मुजफ्फरपुर(बिहार), पवन कुमार पुत्र भोला महतो निवासी ग्राम सोनपुर, थाना सोनपुर, जनपद छपरा(सारन) बिहार और देवराज पुत्र चंद्रमणी निवासी बिचपई, थाना रॉबर्ट्सगंज ने पूछताछ में बताया कि वाहन स्वामी सोनू राय यादव पुत्र उमेश राय यादव, निवासी सोनपुर, थाना सोनपुर, जिली छपरा, बिहार है । सोनू राय द्वारा वाहन यह कह कर भेजा जाता है कि अगर कहीं किसी द्वारा वाहन को चेक किया जाए तो यह कह देना है कि सब्जी रॉबर्ट्सगंज मंडी पहुंचाकर आ रहे हैं । पुलिस के मुताबिक आरोपियों का कहना था कि बिहार में शराब बंदी होने के कारण और नए वर्ष पर इसकी खासी डिमांड को देखते हुए उनके द्वारा रॉबर्ट्सगंज से शराब खरीदी जाती है और बिहार में उसे ऊंचे दाम पर बेचकर खासा मुनाफा कमाया जाता है। वह पकड़ में ना आएं इसके लिए अलग-अलग रास्ते से शराब तस्करी की जाती है।
पूरे रैकेट का खुलासा कर लगाया जाएगा गैंगस्टर : सीओ
क्षेत्राधिकारी ओबरा हर्ष पांडेय ने बताया कि थाना कोन और एसओजी की संयुक्त टीम ने रात्रि कालीन चेकिंग के दौरान उपरोक्त कामयाबी हासिल की।
कहा कि पूरे रैकेट के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है । जल्द ही संपूर्ण गिरोह का खुलासा करते हुए गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के ताजा खुलासे ने आबकारी निरीक्षक की भूमिका पर उठाए सवाल
जिला मुख्यालय यानी राबटर्सगंज क्षेत्र से पूर्व में भी शराब बिहार तस्करी के लिए ले जाए जाने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। इसको लेकर लोगों की तरफ से संबंधित आबकारी निरीक्षक से शिकायतें भी की जा चुकी हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिवाय आश्वासन के कोई नतीजा सामने नहीं आता। इसको देखते हुए लोगों ने लाइसेंस कहीं, दुकान संचालन कहीं, लाइसेंस की आड़ में शराब दूसरी जगह पर एकत्रित कर, बिहार ले जाने के मामलों की शिकायत करना बंद कर दिया था लेकिन अब जब पुलिस की तरफ से चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है तो आबकारी निरीक्षक से जुड़े निगरानी तंत्र की भूमिका पर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं लोगों ने इसको लेकर जिला आबकारी अधिकारी से जांच की भी गुहार लगाई है।
बरामदगी/गिरफ्तारी में इनकी बताई गई अहम भूमिका
1.प्रभारी निरीक्षक कोन गोपाल जी गुप्ता, निरीक्षक रामस्वरुप वर्मा, एसओजी प्रभारी, एसआई श्रीकांत राय चौकी प्रभारी चननी, एसआई मनोज कुमार सिंह, चौकी प्रभारी चकरिया, एसआई हवलदार पाल, चौकी प्रभारी चाचीकलां, एसआई राहुल पांडेय चौकी प्रभारी पोखरिया, हेड कांस्टेबल सतीश पटेल, संजय चौहान, कांस्टेबल प्रेमप्रकाश चौरसिया, अजीत कुमार, जयप्रकाश सरोज ने बरामदगी/गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई।