Sonbhadra: प्रियंका प्रकरण में नया ट्विस्ट, नमामि गंगे के परियोजना प्रबंधक ने सास-ससुर सहित 7 पर दर्ज कराया केस
Sonbhadra: परियोजना प्रबंधक का आरोप है कि पीएम हाउस पर ही ससुराल पक्ष से आए सभी लोगों ने मिलकर लात घूसों से उनकी पिटाई कर दी। वन विभाग के लोगों ने किसी तरह बचाया।
Sonbhadra News: वन विभाग के परियोजना प्रबंधक (नमामि गंगे) की पत्नी प्रियंका 28 वर्ष की संदिग्ध मौत मामले में डेढ़ माह बाद नया ट्विस्ट आया है। मायके पक्ष की तरफ से जहां परियोजना प्रबंधक पर मृतका को प्रताड़ित करने और खुदकुशी के लिए विवश करने के आरोप लगाए गए थे। वहीं, परियोजना प्रबंधक महेंद्र कुमार गौतम की तरफ से ससुरालियों पर पत्नी के साथ मिलकर टार्चर करने, मौत के बाद कमरे में रखी नकदी, जेवरात उठा ले जाने का आरोप लगाकर घटना को नया मोड़ दे दिया गया है।
DGP को कार्रवाई के लिए सीएम कार्यालय से भेजा गया था पत्र
उनकी तरफ से मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत पर भास्कर चंद्र काण्डपाल उप सचिव मुख्य मंत्री ने डीजीपी को भेजे गए पत्र में कहा था कि प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई किए जाने की अपेक्षा की गई है। उक्त पत्र के क्रम में डीजीपी की तरफ से सोनभद्र पुलिस को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। पुलिस अधीक्षक की तरफ से इसको लेकर प्रभारी निरीक्षक रॉबर्टसगंज को निर्देशित किया गया था । इसी कड़ी में दो दिन पूर्व रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में परियोजना प्रबंधक के सास, ससुर, चचिया ससुर सहित सात के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 115(2), 305, 351(2) के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
जानिए क्या है मामला, किस तरह से हुई प्रियंका की मौत
महेंद्र कुमार गौतम पुत्र सीताराम निवासी मोहल्ला दुर्गा पुरवा सीतापुर ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि वह सोनभद्र में उरमौरा, निकट विन्ध्य तक्षशिला एकेडमी के पास स्थित विजयशंकर उपाध्याय के मकान में अप्रैल 2024 से पत्नी के साथ रहते थे और वन प्रभाग सोनभद्र में जिला परियोजना अधिकारी के पद पर संविदात्मक रुप से नौकरी कर रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि उनकी पत्नी प्रियंका गौतम गुस्सैल व जिद्दी स्वभाव की थी। अपने मायके वालों के बहकावे में रहती थी। इसका वह विरोध करता था। पत्नी ने 4 दिसंबर की शाम 4ः30 बजे गुस्से में जहर खा लिया था उस वक्त वह घर पर उपस्थित नहीं था। मकान मालिक व आस-पास के लोगों द्वारा उसे अस्पताल पहुँचाया गया। मकान मालिक से फोन पर बात हुई तो पता चला कि पत्नी ने गुस्से में जहर खा लिया और अस्पताल पहुंचकर उसकी मृत्यु हो गयी है।
परियोजना प्रबंधक का दावा-ससुराल के लोग पहुंचे तो वह पीएम हाउस पर था मौजूद
परियोजना प्रबंधक का दावा है कि उसने तत्काल अपने ससुर राम किशोर को फोन करके घटना की जानकारी दी। दी। इसके बाद पत्नी प्रियंका के पिता (ससुर) राम किशोर पुत्र स्व. सुकई लाल, सास धर्मा देवी पत्नी राम किशोर, चाचा संजय सिंह व ताऊ सूर्य प्रसाद (उर्फ बड़कन्न), उपेंद्र व प्रिंस पुत्र सूर्य प्रसाद (उर्फ बड़कन्न)निवासी शिवकालोनी, कमलापुर, थाना कोतवाली सदर, जिला लखीमपुर खीरी 05 नवंबर 2024 को जिला चिकित्सालय लोढ़ी, पहुंचे। उस दौरान वह पोस्टमार्टम के बाद दिवंगत पत्नी के पार्थिव शरीर को भेजने के लिए व्यवस्था व अन्य कागजी कार्यवाही में जुटा हुआ था।
मामले में इस तरह के लगाए गए हैं आरोप, जिसको लेकर दर्ज किया गया केस
परियोजना प्रबंधक का आरोप है कि पीएम हाउस पर ही ससुराल पक्ष से आए सभी लोगों ने मिलकर लात घूसों से उनकी पिटाई कर दी। वन विभाग के लोगों ने किसी तरह बचाया। मकान मालिक से बात हुई तो पता लगा कि ससुराल वाले उसके रूम पर आये थे और मकान मालिक से रूम का ताला खुलवाकर सारा सामान, नकदी, जेवर लूट ले गए। मकान मालिक द्वारा पूछा गया तो उनसे ससुराल पक्ष के लोगों ने बोला सिर्फ दिवंगत का कपड़ा लिया है। पर जब वह रूम पर पहुंचा तो देखा कि सारा कीमती सामान गायब था।
सूटकेस का लॉक तोड़कर डेढ़ लाख नगदी, जेवरात ले जाने का आरोप
आरोप लगाया गया है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने सफारी सूटकेस का लाक तोड़कर नकदी 1.5 लाख, पत्नी का सोने व चांदी का कीमती जेवर, मोबाईल फोन (मोटोरोला जी 33) लूटकर लेते। अगले दिन दिनांक 06 नवंबर की सुबह लगभग 11ः50 पर ससुर राम किशोर से फोन कर इसके बारे में पूछा तो धमकी दी जाने लगी। आरोप है कि 10 लाख रुपये और की मांग की गई। न देने पर उसे और उसके पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी दी गई। उधर पुलिस का कहना है कि मामले में लगाया गया आरोपी पर संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण की छानबीन जारी है।