Sonbhadra News: आईजीआरएस रैकिंग में सोनभद्र अव्वल, प्रदेश में मिला पहला स्थान, शिकायतों के त्वरित निस्तारण ने दिलाई कामय
Sonbhadra News: आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण में दिखाई तेजी ने सोनभद्र को पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है।
Sonbhadra News: आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण में दिखाई तेजी ने सोनभद्र को पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रदेश स्तर से बुधवार को प्रत्येक जनपद को लेकर जारी की गई रैकिंग में सोनभद्र को पहला स्थान मिला है। शिकायत निस्तारण को लेकर तय किए गए 130 पूर्णांक में से 128 अंक अर्जित करने पर, जिले को यह कामयाबी मिली है। डीएम चंद्र विजय सिंह ने इसका श्रेय अधिकारियों और कर्मियों को दिया है। उनसे आगे भी इसी तरह की तत्परता बनाए रखने और मिलने वाली शिकायतों के त्वरित निस्तारण के साथ ही गुणवत्तापरक निस्तारण के लिए कहा है।
बताते चलें कि समय-समय पर शिकायतों के निस्तारण को लेकर शासन स्तर से जिलों की रैकिंग जारी की जाती है और निस्तारण से जुड़े मानकों को आधार बनाकर अंक प्रदान किए जाते हैं। इसी कड़ी में सोनभद्र को लेकर आईजीआरएस पोर्टल पर मिलने वाली शिकायतों और उसके निस्तारण को लेकर मानक के क्रम में मूल्यांकन किया गया था, जिसके आधार पर सोनभद्र ने सूबे के सभी जनपदों को पीछे छोड़ते हुए, 130 में से 128 अंक अर्जित कर लिए। पहली रैकिंग के लिए निर्धारित मानक और उसके मुताबिक सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए सोनभद्र को पहली रैकिंग प्रदान की गई है।
डीएम चंद्रविजय सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि अधिकारियों और कर्मचारियों की तरफ से शिकायत निस्तारण में दिखाई गई रूचि और तेजी के चलते मिली है। उन्होंने उपलब्धि का श्रेय अधिकारियों-कर्मियों को देने के साथ ही उन्हें निर्देशित भी किया है कि शासन की मंशा के अनुरूप शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से, गुणवत्तापूर्ण सुनिश्चित किया जाए ताकि आम जनमानस की शिकायतों का सही तरीके से समाधान हो सके और उन्हें इसको लेकर किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह, बाल तस्करी पर रोक की बनाई रणनीति
कोन ब्लाक के सभागार में खंड विकास अधिकारी नितिन कुमार की अध्यक्षता में ब्लॉक बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति और महिला शक्ति केंद्र की संयुक्त बैठक हुई। इस दौरान बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह, बाल तस्करी पर रोक की रणनीति बनाए जाने के साथ ही, सरकारी योजनाओं का कैंप लगाकर लोगों का लाभ दिलाने और ज्यादा से ज्यादा प्रसार पर जोर दिया गया। बाल कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, महिला कल्याण अधिकारीं नीतू यति, संरक्षण अधिकारी (संस्थानिक) गायत्री दूबे ने विभिन्न योजनाओं और बाल तस्करी-बाल विवाह पर रोक को लेकर जरूरी जानकारियां दी। जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने कहा बच्चों के अधिकारों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए और बच्चों के हित और उनके संरक्षण को लेकर चलाई जा रही योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाए। इस दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी हरि मोहन, ग्राम पंचायत आधिकारी जितेंद्र कुमार सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।