Sonbhadra News: खाईं में गिरी टैंकर में फंसे चालक को बचाने के लिए 18 घंटे तक लड़ी गई जद्दोजहद की जंग, घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन, वाराणसी रेफर
Sonbhadra News: घंटों चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जाकर टैंकर के केबिन में फंसे चालक को बाहर निकालने में कामयाबी मिली। उपचार के लिए उसे प्राथमिक उपचार के बाद शाम चार बजे के करीब ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया।;
Sonbhadra News: दुद्धी तहसील मुख्यालय से म्योरपुर की तरफ जाते समय अनियंत्रित होकर खाईं में गिरे टैंकर के साथ ही उसमें फंसे चालक को निकालने के लिए प्रशासन को 18 घंटे तक जद्दोजहद की जंग लडनी पड़ी। घंटों चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद जाकर टैंकर के केबिन में फंसे चालक को बाहर निकालने में कामयाबी मिली। उपचार के लिए उसे दुद्धी सीएचसी ले जाया गया, जहां हालत नाजुक देखते हुए, प्राथमिक उपचार के बाद शाम चार बजे के करीब ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया गया। घटना को लेकर घंटों गहमागहमी की स्थिति बनी रही।
बताया जा रहा है कि शनिवार की रात आठ बजे के करीब एक डीजल टैंकर दुद्धी तहसील मुख्यालय से होते हुए म्योरपुर की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह,झारोखुर्द गांव स्थित रेलवे क्रॉसिंग पार कर आगे बढ़ा, चालक नियंत्रण खो बैठा। इससे टैंकर अनियंत्रित होकर रेलवे गेट की रेलिंग तोड़ते हुए पानी से भरी 30-40 फीट गहरी खाईं में जा गिरा। पलटे हाल में टैंकर के गिरने के कारण चालक राममूरत पुत्र घुरहू निवासी निजामाबाद आजमगढ़ घायल हालत में केबिन में फंस गया। आस-पास के ग्रामीणों ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सीओ दुद्धी प्रदीप सिंह चंदेल और दुद्धी कोतवाल मनोज कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
क्रेन के जरिए लड़ी गई चालक को सुरक्षित निकालने की जंग
स्थिति को देखते हुए मौके पर क्रेन मंगाई गई और इसके बाद केबिन में फंसे चालक को सुरक्षित निकालने की जद्दोजहद शुरू हो गई। लगभग 18 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद चालक को जिंदा हालत में रविवार की दोपहर ढाई बजे के करीब बाहर निकालने में सफलता मिली, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। उधर, घटना की जानकारी पाकर रविवार की तड़के चालक के परिजन भी आजमगढ़ से दुद्धी पहुंच गए थे। उन्होंने भी राममूरत को सुरक्षित बाहर निकला देखा तो राहत महसूस की। इसके बाद आनन-फानन में चालक को एंबुलेंस के जरिए सीएचसी दुद्धी पहुंचाया गया। वहां, चिकित्सक डॉ. शाह आलम अंसारी ने अपनी निगरानी में लगभग घंटे भर तक उपचार चलाया। हालत में सुधार न होता देख वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया।