नोएडा की इस कंपनी ने की बड़ी लापरवाही,19 लोगों में फैल गया कोरोना का संक्रमण
कंपनियों और संस्थाओं की लापरवाही सरकार के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गई है। नोएडा में एक कंपनी की लापरवाही के कारण उसके 11 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। बाद में यह संक्रमण अन्य लोगों तक भी पहुंच गया और कुल 19 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए।
लखनऊ। देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की चुनौती से लड़ना सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। इसमें कुछ कंपनियों और संस्थाओं की लापरवाही सरकार के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गई है। नोएडा में एक कंपनी की लापरवाही के कारण उसके 11 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। बाद में यह संक्रमण अन्य लोगों तक भी पहुंच गया और कुल 19 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए।
लंदन से आया था ऑडिटर
नोएडा के सेक्टर 135 स्थित सीजफायर नामक इस कंपनी पर अब शिकंजा कस दिया गया है।दरअसल हुआ यूं कि इस कंपनी में बीते दिनों लंदन से एक ऑडिटर कंपनी के काम के सिलसिले में आया था। कंपनी ने इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी। साथ ही अपने कर्मचारियों के बचाव के लिए एहतियाती कदम भी नहीं उठाए। लंदन से आया यह ऑडिटर पास ही स्थित एक फाइव स्टार होटल में ठहरा था।
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ऑडिटर से 19 लोगों तक पहुंचा संक्रमण
माना जा रहा है कि इस विदेशी ऑडिटर के जरिए ही कंपनी के कर्मचारियों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला। अभी तक कंपनी के 11 कर्मचारियों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। ऑडिटर के जरिए कंपनी के कर्मचारियों ही नहीं बल्कि अन्य लोगों तक भी यह वायरस पहुंच गया। ऑडिटर के संपर्क में आने वाले 8 अन्य लोग भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए और जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है।
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नोएडा में संक्रमण के सर्वाधिक मामले
उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित होने के अभी तक जितने मामले सामने आए हैं उनमें सर्वाधिक मामले नोएडा के हैं। अब सीजफायर कंपनी के संक्रमित कर्मचारियों के परिजनों में भी इस वायरस के संक्रमण की आशंका बढ़ गई है।
बुलंदशहर तक पहुंचा वायरस
इसी कंपनी के कर्मचारी के जरिए पड़ोस के जिले बुलंदशहर में भी कोरोना वायरस पहुंचा जहां इस वायरस से संक्रमित पहला मरीज मिला है। यह मरीज सीजफायर कंपनी का ही कर्मचारी है। कई अन्य लोगों के भी इससे संक्रमित होने की आशंका है।
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कंपनी और ऑडिटर के खिलाफ केस दर्ज
अब स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही बरतने के कारण इस कंपनी के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है।गौतमबुद्धनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुराग भार्गव ने सीजफायर कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। यह मुकदमा एक्सप्रेसवे थाने में दर्ज कराया गया है। लंदन से आने वाले ऑडिटर के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इस कंपनी की आपराधिक लापरवाही ने कई लोगों की जान खतरे में डाल दी है।