आईआईएम के सहयोग से परिवहन निगम यात्रियों को देगा बेहतर सेवाएं
दूसरे चरण में चार सदस्यों की टीम अन्य राज्यों की सड़क परिवहन निगम की सर्वोत्तम प्रचलन और दुनिया के अन्य हिस्सों मे अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम अभ्यास का अध्ययन करेगी। जिन्हें आसानी से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अपनाया जा सकता है।
लखनऊ: यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन लगातार नये नये तरीकों को अपना रही है। उत्तर प्रदेश परिवहन अब सुरक्षित और सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए आईआईएम लखनऊ के छात्र और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम एक साथ मिलकर सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का अध्ययन और क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने बताया....
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उप्र. राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक, डा. राज शेखर ने शुक्रवार को बताया कि परिवहन निगम के यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर ‘‘सर्वोत्तम अभ्यास के कार्यान्वयन‘‘ और उसके सफलतापूर्वक संचालन के लिए आईआईएम लखनऊ की टीम के सहयोग से एक केस स्टडी तैयार की गयी है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय टीम ने आईआईएम छात्रों की टीम के साथ दो सत्रों में विस्तृत चर्चा की और ‘‘यात्री सुरक्षा बढ़ाने व सेवाओं में सुधार‘‘ पर विस्तृत अध्ययन के लिए प्राथमिकताएं तय की गई हैं।
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इसके साथ ही प्रबंध निदेशक ने बताया कि आईआईएम लखनऊ के स्टेटेजिक मैनेजमेंट हेड क्षितिज अवस्थी, केस स्टडी का नेतृत्व करेंगे। पहले चरण में, आईआईएम लखनऊ के चार सदस्य छात्रों की एक टीम उत्तर प्रदेश में यात्रियों की सुरक्षा और यात्री सेवाओं के लिए मौजूदा प्रावधानों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेगी। यह टीम वर्तमान परिदृश्य का आकलन करने और सर्वोत्तम संभव का सुझाव देने के लिए उत्तर प्रदेश के चार क्षेत्रों पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश और बुदेलखंड क्षेत्र का अध्ययन करेगी।
दूसरे चरण में चार सदस्यों की टीम अन्य राज्यों की सड़क परिवहन निगम की सर्वोत्तम प्रचलन और दुनिया के अन्य हिस्सों मे अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम अभ्यास का अध्ययन करेगी। जिन्हें आसानी से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अपनाया जा सकता है।
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इसके साथ ही डा. राज शेखर ने बताया कि केस स्टडी और अंतिम रिपोर्ट की प्रस्तुति के लिए तीन महीने का समय निर्धारित है। इसी साल दिसम्बर माह में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। आईआईएम लखनऊ टीम द्वारा अन्तिम रिपोर्ट की प्रस्तुति करने के बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड यात्रियों की सुरक्षा और सेवाओं में सुधार के लिए लागू किए जाने वाले सुझावों को सूचीबद्ध करेगा।
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उप्र. राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक, डॉ. राज शेखर ने शुक्रवार को बताया कि परिवहन निगम के यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर ‘‘सर्वोत्तम अभ्यास के कार्यान्वयन‘‘ और उसके सफलतापूर्वक संचालन के लिए आईआईएम लखनऊ की टीम के सहयोग से एक केस स्टडी तैयार की गयी है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय टीम ने आईआईएम छात्रों की टीम के साथ दो सत्रों में विस्तृत चर्चा की और ‘‘यात्री सुरक्षा बढ़ाने व सेवाओं में सुधार‘‘ पर विस्तृत अध्ययन के लिए प्राथमिकताएं तय की गई हैं।
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प्रबंध निदेशक ने बताया कि आईआईएम लखनऊ के स्टेªटेजिक मैनेजमेंट हेड क्षितिज अवस्थी, केस स्टडी का नेतृत्व करेंगे। पहले चरण में, आईआईएम लखनऊ के चार सदस्य छात्रों की एक टीम उत्तर प्रदेश में यात्रियों की सुरक्षा और यात्री सेवाओं के लिए मौजूदा प्रावधानों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेगी।
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यह टीम वर्तमान परिदृृश्य का आकलन करने और सर्वोत्तम संभव का सुझाव देने के लिए उत्तर प्रदेश के चार क्षेत्रों पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश और बुदेलखंड क्षेत्र का अध्ययन करेगी। दूसरे चरण में चार सदस्यों की टीम अन्य राज्यों की सड़क परिवहन निगम की सर्वोत्तम प्रचलन और दुनिया के अन्य हिस्सों मे अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम अभ्यास का अध्ययन करेगी। जिन्हें आसानी से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अपनाया जा सकता है।
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डा. राज शेखर ने बताया कि केस स्टडी और अंतिम रिपोर्ट की प्रस्तुति के लिए तीन महीने का समय निर्धारित है। इसी साल दिसम्बर माह में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। आईआईएम लखनऊ टीम द्वारा अन्तिम रिपोर्ट की प्रस्तुति करने के बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड यात्रियों की सुरक्षा और सेवाओं में सुधार के लिए लागू किए जाने वाले सुझावों को सूचीबद्ध करेगा।