काशी में संतों का जमावड़ा: हुई बड़ी बैठक, राम मंदिर निर्माण रहा मुद्दा

राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. अखिल भारतीय संत समिति की कार्यकारिणी की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक वाराणसी में शुरु हो चुकी है. बैठक के पहले दिन समिति के संतों के अलावा आरएसएस के पदाधिकारियों के अलावा विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने भी शिरकत किया.

Update:2021-01-02 21:04 IST
राम मंदिर निर्माण की तैयारियां तेज, काशी में संतों की बड़ी बैठक

वाराणसी: राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. अखिल भारतीय संत समिति की कार्यकारिणी की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक वाराणसी में शुरु हो चुकी है. बैठक के पहले दिन समिति के संतों के अलावा आरएसएस के पदाधिकारियों के अलावा विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने भी शिरकत किया. बैठक में खासतौर पर राम मंदिर निर्माण के अलावा सहित लव जिहाद और काशी विश्वनाथ मंदिर से ज्ञानवापी मस्जिद को मुक्त कराने पर चर्चा हुई. इसके साथ ही श्री राम जन्म भूमि के संपर्क और समर्पण अभियान पर भी संतों ने अपनी राय रखी.

ये भी पढ़ें: कानपुर मॉल पर तालाः रोड पर बैठी मेयर, बोली- कागज मत दिखाओ, कोर्ट हमारा भी

इन मुद्दों पर हुई चर्चा

शनिवार को जय श्रीराम के जयघोष और हर-हर महादेव के साथ अखिल भारतीय संत सम्मेलन की शुरूआत हुई. संत समाज की बैठक शनिवार की सुबह 11 बजे से आरंभ हुई. बता दें कि संत समाज ने काशी से पशुपतिनाथ के रिश्तों को प्रगाढ़ करने का बीड़ा उठाया है. वहीं इसके अलावा भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए काशी में गहन चर्चा हुई . इसके साथ ही भगवान के मंदिर परिसर की भव्यता पर भी विमर्श हुआ. महंत बालक दास ने बताया कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन संकलन अभियान पर देश भर के संत मंथन हुआ. इसके अलावा हिंदू राष्ट्र नेपाल से खराब हो रहे रिश्तों, नेपाल की राजधानी काठमांडू और भारत की आध्यात्मिक राजधानी काशी, जनकपुर और अयोध्या के मध्य हजारों वर्षों के रिश्तों की प्रगाढ़ता को मजबूत करने पर विचार किया गया.

ये भी पढ़ें: वैक्सीन का ड्राई रनः लखनऊ में 6 अस्पतालों में ट्रायल, अब बनेंगे 59 सेंटर

बैठक में ये हुए शामिल

सुधीर सिंह ने बताया कि संत सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचल दास महाराज समेत संत समिति के सर्वोच्च निदेशक मंडल के संत भाग ले रहे हैं. अस्वस्थता के कारण महंत नृत्यगोपाल दास नहीं आ सके हैं. संतों के साथ-साथ इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय मंत्री अशोक तिवारी और श्रीकाशी विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य रामयत्न शुक्ला भाग लेंगे। संतों के लिए कैवल्य ज्ञानपीठ और रामजानकी मठ में निवास की व्यवस्था की गई है.

रिपोर्ट: आशुतोष सिंह

Tags:    

Similar News