दहल उठा बलिया: युवक की मौत के बाद भड़के ग्रामीण, 5 पुलिस कर्मी घायल

आक्रोशित लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने हवा में कई चक्र गोलिया चलाई व आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई वाहनों के शीशे टूट गए। रात के अंधेरे में पुलिस व ग्रामीणों के बीच घंटों गोरिल्ला युद्ध चलता रहा।

Update:2021-01-07 12:49 IST
दहल उठा बलिया: युवक की मौत के बाद भड़के ग्रामीण, 5 पुलिस कर्मी घायल (PC: social media)

बलिया: जिले के दुबहर थाना क्षेत्र के नई बस्ती ब्यासी ढाले पर कल रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई । घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे तहसीलदार सदर की ग्रामीणों से बहस होने के बाद एक ग्रामीण पर थप्पड़ जड़ दिये जाने से भड़के ग्रामीणों ने पथराव के साथ ही जमकर उपद्रव किया ।

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आक्रोशित लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने हवा में कई चक्र गोलिया चलाई व आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई वाहनों के शीशे टूट गए। रात के अंधेरे में पुलिस व ग्रामीणों के बीच घंटों गोरिल्ला युद्ध चलता रहा। पुलिस ने किसी तरह से ग्रामीणों को एनएच से हटा कर स्थिति नियंत्रित किया तथा चक्का जाम समाप्त कराया । इस घटना में पुलिस उपाधीक्षक सहित पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए ।

जानकारी के अनुसार दुबहर थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 नई बस्ती ब्यासी ढाले पर कल रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से विश्वकर्मा पासवान 25 की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक वाहन समेत फरार हो गया । इसके बाद मौके पर जुटे लोगों ने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर तहसीलदार सदर गुलाब चन्द्र के साथ ही दुबहर पुलिस मौके पर पहुंची । इसी मध्य तहसीलदार से ग्रामीणों की बहस हो गई और उन्होंने एक ग्रामीण पर थप्पड़ जड़ दिया । इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए ।

रात के अंधेरे में पुलिस व ग्रामीणों के बीच घंटों गोरिल्ला युद्ध चलता रहा

उन्होंने पथराव शुरू कर दिया । पथराव की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा, अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार यादव , उप जिलाधिकारी सदर राजेश यादव सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बल प्रयोग किया । आक्रोशित लोगों को खदेड़ने के लिए हवा में कई चक्र गोलिया चलाई। आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई वाहनों के शीशे टूट गए। रात के अंधेरे में पुलिस व ग्रामीणों के बीच घंटों गोरिल्ला युद्ध चलता रहा। पुलिस ने किसी तरह से ग्रामीणों को एनएच से हटा कर स्थिति नियंत्रित किया तथा चक्का जाम समाप्त कराया । इस घटना में पुलिस उपाधीक्षक शहर अरुण कुमार सिंह , शहर कोतवाल विपिन सिंह , दुबहर थाना प्रभारी अनिल चन्द्र तिवारी समेत पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए ।

पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में ले लिया है

इस मामले में 35 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट व सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की सुसंगत धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में ले लिया है । मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इस मामले ने जिले में प्रशासनिक व्यवस्था की कलई खोलकर रख दिया है । चक्का जाम की सूचना मिलने के बाद भी मौके पर अपर जिलाधिकारी नही पहुंचे । मौके पर तहसीलदार सदर को भेजकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई । जिस समय घटना हुई , उस समय नो एंट्री लागू था । ग्रामीण इस बात को लेकर बेहद आक्रोशित रहे कि नो एंट्री के समय इस राजमार्ग से ट्रक का परिचालन कैसे हुआ । इसी बात को लेकर उग्र भीड़ पुलिस के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अड़ गई ।

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ग्रामीणों को भड़काने में भाजपा के एक नेता की भूमिका भी सामने आ रही है । बताते हैं कि गड़वार थाना क्षेत्र में एक घटना के बाद अपने घर में हुई पुलिसिया छापेमारी से आक्रोशित भाजपा नेता ने ग्रामीणों को जमकर भड़काया ।

रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर

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