WhatsApp की नई दुनिया: तुरंत एडमिशन स्कूल में, क्लास और कॉपी-पेन भी
यूपी की योगी सरकार ने कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में यूपी बोर्ड के सारे स्कूलों में व्हाट्सएप से अब स्कूली बच्चों का एडमिशन किए जाने का रास्ता निकाला है।
नई दिल्ली। यूपी की योगी सरकार ने कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में यूपी बोर्ड के सारे स्कूलों में व्हाट्सएप से अब स्कूली बच्चों का एडमिशन किए जाने का रास्ता निकाला है। इस अनोखे तरीके को यूज में लाने के लिये यूपी के शिक्षा विभाग ने परमिशन भी दे दी है। साथ ही इससे पहले यूपी में माध्यमिक शिक्षा विभाग कक्षा 6, 7, 8, 9 और 11वीं के स्कूली बच्चों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में पास करने के निर्देश दे चुका है।
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व्हाट्सएप के जरिये अगली कक्षा में एडमिशन
ताजा व्यवस्था के अनुसार, स्कूल मैनेजमेंट बच्चों को व्हाट्सएप के जरिये अगली कक्षा में एडमिशन दे सकते हैं। इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट प्रधानाचार्य और शिक्षक के मोबाइल नंबर का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
जिससे पिछली कक्षा में पास हुए छात्र अगली कक्षा में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्र या उनके पैरेंट्स व्हाट्सएप पर ही सारी डिटेल दे सकते हैं और प्रोविजनल के तौर पर एडमिशन ले सकते हैं।
देश में लॉकडाउन खुलने के बाद जुलाई में स्कूल मैनेजमेंट में एडमिशन की कागजी कार्रवाई करके, उस पर मुहर लगा सकता है। इसके साथ ही एडमिशन हुए बच्चों को स्कूल ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था से जोड़ सकता है।
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ऑनलाइन शिक्षा का लाभ
वहीं सरकार की ओर से जारी निर्देश में ऑनलाइन वर्चुअल क्लास के लिए जो व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, उस पर एडमिशन लिए हुए बच्चों को जोड़कर ऑनलाइन शिक्षा का लाभ देने का निर्देश दिया गया है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में सहायता प्राप्त विद्यालय अमीनाबाद इंटर कॉलेज ने ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ भी कर दी है। स्थानीय प्रधानाचार्य के अनुसार कक्षा 12 तक में बच्चों प्रवेश ले सकते हैं।
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व्हाट्सएप कर सकता
मैनेजमेंट के अनुसार, बच्चें पेपर पर अपना और पिता का नाम, जिस कक्षा में प्रवेश लेना चाहता है, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि लिखकर व्हाट्सएप कर सकता है।
जिससे बच्चे को ऑनलाइन ग्रुप में जोड़कर ऑनलाइन शिक्षा भी दी जाएगी। फिर बाद में स्कूल खुलने पर उससे ओरिजनल डाक्यूमेंट्स मंगाकर उसे स्कूल के एडमिशन रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया जाएगा।
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