इफ्तार के वक़्त खजूर ही क्यों खाते हैं? जानें इसके पीछे की वजह!!

रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है। इन दिनों पूरे दिन भूखे-प्‍यासे रहने के बाद इफ्तारी के समय खजूर खा कर ही रोजा खोला जाता है। इसके पीछे साइंटिफिक रीजन भी है।

Update: 2019-05-07 15:26 GMT

शाश्वत मिश्रा

लखनऊ:रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है। इन दिनों पूरे दिन भूखे-प्‍यासे रहने के बाद इफ्तारी के समय खजूर खा कर ही रोजा खोला जाता है। इसके पीछे साइंटिफिक रीजन भी है।

डाक्टरों के मुताबिक खजूर में भरपूर मात्रा में विटामिन A, फोलिक एसिड और फाइबर होता है जो हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। यह बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ाता है। इसे खाने से कई तरह की बीमारियों की आशंका घटती है और प्यास भी कम लगती है।

खजूर का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है, जिससे दिल की बीमारियां होने का खतरा नहीं रहता है। साथ ही इसमें आयरन पाया जाता है, जो कि खून से संबंधित बीमारियों से निजात दिलाता है। इसके अलावा खजूर में पोटैशियम भारी मात्रा में होता है, वहीं सोडियम की मात्रा कम होती है, ये नर्वस सिस्टम के लिए फायदेमंद होता है।

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एनर्जी लेवल बढ़ाता है खजूर:

-रोजा रखने से एनर्जी लेवल कम होता है। ऐसे में रोजा खोलते समय खजूर खाने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है।

-दिनभर भूखे रहने से डाइजेशन प्रॉसेस स्लो हो जाता है। ऐसे में रोजा इफ्तारी के समय खजूर खाते हैं तो इससे डाइजेशन प्रॉसेस तुरंत एक्टिव हो जाता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर कब्‍ज की प्रॉब्लम से भी बचाता है।

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ग्लूकोज की मात्रा करता है नॉर्मल:

-पूरे दिन खाना ना खाने से खून में ग्लूकोज की मात्रा एबनॉर्मल रहती है। ऐसे में खजूर खाने से ग्लूकोज की मात्रा तुरंत नॉर्मल हो जाती है।

-खजूर खाने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है। इससे कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। इसमें मौजूद मैग्‍नीशियम और पोटैशियम ब्‍लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने का काम करता है।

 

 

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