अमेरिका ने तालिबानी लड़ाकों पर की एयरस्ट्राइक, खतरे में शांति समझौता
अमेरिका और तालिबान के बीच 29 फरवरी को हुआ शांति समझौता कुछ दिन भी नहीं टिक पाया और अमेरिका ने बुधवार तालिबानी लड़ाकों पर एयरस्ट्राइक कर दी।
अमेरिका और तालिबान के बीच 29 फरवरी को हुआ शांति समझौता कुछ दिन भी नहीं टिक पाया। अभी दोनों के बीच समझौता हुए कितने ही दिन हुए थे कि अब इस समझौते के टूटने के आसार नज़र आ रहे हैं। कुछ ही दिनों में माहौल इतना बिगड़ गया है कि अमेरिका ने बुधवार तालिबानी लड़ाकों पर एयरस्ट्राइक कर दी। अमेरिका फोर्स ने ये एयरस्ट्राइक अफगानिस्तान के हेलमंड प्रांत में की। जहां पर तालिबान का एक बड़ा अड्डा था।
समाचार एजेंसी के मुताबिक अमेरिकी सेना ने इस बारे में जानकारी दी है। अमेरिका ने ये कार्रवाई तब की है जब तालिबानी लड़ाकों ने बुधवार तड़के अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों पर हमला किया था और इसमें 20 की मौत हो गई थी।
तीन आर्मी पोस्ट पर किया हमला
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मामला तब बिगड़ा जब अमेरिका और तालिबान में हुए शांति समझौते के बाद जब अफगानिस्तान ने कुछ लड़ाकों को रिहा करने से इनकार कर दिया। इसके तुरंत बाद तालिबान समझौते से अलग हुआ और बुधवार को हमला करना शुरू कर दिया। तालिबानी लड़ाकों द्वारा किए गए हमले में 20 अफगानी सुरक्षाबल मारे गए। तालिबान की ओर से कुंदूज इलाके में तीन आर्मी पोस्ट पर हमला किया गया था, जहां पर अफगान आर्मी और पुलिस के जवान मौजूद थे।
ट्रंप से बात के बाद हुआ हमला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबानी नेता से फोन पर बात की जिसके बाद तालिबान की ओर से ये हमला किया गया। मंगलवार देर शाम को डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान के डिप्टी लीडर मुल्ला अब्दुल गनी से फोन पर बात की और 10 मार्च से शुरू हो रही डील में साथ आने को कहा।
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व्हाइट हाउस में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रंप ने जानकारी दी थी कि उनकी और तालिबानी नेता के बीच बातचीत सफल रही है। वह हिंसा को छोड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, इसी बयान के कुछ देर बाद तालिबान ने एक्शन शुरू कर दिया था।