कोरोना: अमेरिका ने भारत से मांगी मदद, ट्रंप ने मोदी से फोन पर लगाई ये गुहार
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। ऐसे में अब विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका ने भारत से इस वायरस से निपटने में मदद मांगी है।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। चीन, अमेरिका, इटली से लेकर विश्व के सारे बड़े से बड़े देश भी इसकी चपेट में आने से अछूते नहीं रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई भी देश इस जानलेवा वायरस का तोड़ नहीं निकाल पाया है। इस वायरस से आए दिन हर देश में हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और उनकी जान जा रही है। ऐसे में अब विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका ने भारत से इस वायरस से निपटने में मदद मांगी है।
भारत से मांगी मदद
शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर कोरोना से लड़ने के लिए सहयोग की मांग की है। गौरतलब है कि इस वायरस ने अमेरिका में तबाही मचा रखी है। अमेरिका में इस वायरस की तबाही का आलम यह है कि विश्व के सबसे शक्तिशाली देश में अभी तक 3,11,357 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
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जबकि 8,452 लोगों की इस खतरनाक वायरस से जान भी जा चुकी है। अमेरिका कोरोना से मौत के मामले में तीसरे स्थान पर है। ऐसे में अमेरिकी रास्ट्रपति के माथे पर चिंता की रेखाएं होना लाजिमी है। और इस लिए अमेरिका ने इस वायरस से निजात पाने के लिए अपने मित्र नरेन्द्र मोदी से मदद की मांग की है।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन है कोरोना में सहायक
दरअसल भारत में अभी तक जितने भी कोरोना संक्रमित लोगों को सही किया गया है, उन्हें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन नामक दवा दे कर ठीक किया गया है। ये दवा सामान्य तौर पर मलेरिया की दवा है। और भारत में हर साल मलेरिया के केस भारी संख्या में सामने आते रहते हैं। इसलिए भारत में इस दवा का उत्पादन काफी बड़े स्तर पर होता है।
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अब जब यह दवा कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने में सहायक हो रही है तो इस दवा की मांग बढ़ रही है। लेकिन वैश्विक लॉकडाउन के कारण इस दवा की उपलब्धता कम हो रही है। ऐसे में भारतीय दवा निर्माता कंपनियों ने सरकार से इस दवा के लिए कच्चे माल को एयरलिफ्ट कर मंगाने की मांग की है। इसिलिये अमेरिका जैसे देश भी भारत से सहयोग की मांग कर रहे हैं।
ब्राजील ने दिया मदद का भरोसा
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हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के लिए आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो से बात की। ब्राजील के राष्ट्रपति ने भारत को भरोसा दिलाया कि वो भारत को इसके लिए आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति करेंगे। बता दें कि इस दवा के उत्पादन के लिए भारत चीन के बाद ब्राजील से सबसे ज्यादा कच्चा माल खरीदता है।
ट्रंप ने साझा की पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत
कोरोना वायरस टास्क फोर्स से जुड़ी प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिकी रास्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मैंने आज पीएम मोदी के साथ फोन पर हुई बातचीत में रोके गए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट की खेप को जारी करने का आग्रह किया। ट्रंप ने कहा वह खुद भी इस दवा का सेवन करेंगे।
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ट्रंप ने कहा मैं भी इसका सेवन करूँगा, इसके लिए मैं अपने डॉक्टर्स से बात करूँगा। ट्रंप ने जानकारी देते हुए बताया " भारत भारी मात्रा में इस दवा का प्रॉडक्शन करता है। उन्हें अपने लोगों के लिए भी इसकी जरूरत पड़ेगी। वहां की जनसंख्या 1 अरब से ज्यादा है। मैंने उनसे कहा है कि अगर वो हमारे ऑर्डर को भेज दें तो मैं आभारी रहूंगा।"
भारत की हो रही तारीफ
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कोरोना वायरस से लड़ने के भारत के तरीकों की तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) सहित दुनिया के कई देश कर चुके हैं। भारत ने संक्रमण को रोकने के लिए एक तरफ जहां 21 दिनों के लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग पर फोकस किया हुआ है वहीं 25 मार्च को घरेलू बाजार में दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया था।