आई महाव‍िनाशक मिसाइल: चीन से लेकर ये देश निशाने पर, धमाके में उड़ जाएंगे सभी

अमेरिका भी अब जंग से बन रहे हालातों को देखते हुए तैयारियों में तेजी से लगा हुआ है। ऐसे में चीन और रूस की मिसाइलों को टक्कर देते हुए अमेरिका ने घातक मिसाइल बनाने में सफलता हासिल की है।

Update: 2020-10-15 10:43 GMT
अमेरिका भी अब जंग से बन रहे हालातों को देखते हुए तैयारियों में तेजी से लगा हुआ है। चीन-रूस की मिसाइलों को टक्कर देते हुए अमेरिका ने घातक मिसाइल बनाने में सफलता हासिल की है।

नई दिल्ली। अमेरिका ने चीन और रूस की किलर मिसाइलों से टक्कर के लिए एक खतरनाक घातक हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने में कामयाबी हासिल की है। इस बारे में यूएस एयरफोर्स के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि हवा से दागे जाने वाली AGM-183A मिसाइल 8 से 10,000 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्‍मनों पर हमला करने में सक्षम है। साथ ही यूएस एयरफोर्स में शामिल होने के बाद AGM-183A अमेरिका की पहली हाइपरसोनिक मिसाइल होगी। ऐसे में अब अमेरिका एक छोटी हाइपरसोनिक मिसाइल Mayhem पर भी काम कर रहा है।

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हाइपरसोनिक मिसाइल

वायुसेना ग्‍लोबल स्‍ट्राइक कमांड के रणनीतिक मामलों के डायरेक्‍टर मेजर जनरल एंड्यू गेबरा ने इस बार पहली दफा पेंटागन के पहले हाइपरसोनिक मिसाइल के बारे में सार्वजनिक रूप से बताया। इसमें उन्‍होंने कहा कि यह मिसाइल 10 से 12 मिनट में 1600 किमी की दूरी तय कर लेगी। इस मिसाइल की गति 6.5 या 7.5 मैक होगी।

आपको तकनीकि क्षमता से रूबरू करते हुए बता दें कि ऐसा हथियार जो 5 मैक से ज्‍यादा की रफ्तार से वार करे, तो उसे हाइपरसोनिक मिसाइलों में गिना जाता है। इस घातक मिसाइल का परीक्षण जून 2019 से चल रहा है और अक्‍टूबर 2021 में इसका लाइव परीक्षण किया जाएगा।

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अमेरिकी कमांडर जनरल टिमोथी एम रे ने कहा कि यह मिसाइल पेंटागन की पहली हाइपरसोनिक मिसाइल होगी। यह आने वाले कुछ वर्षों में शुरुआती ऑपरेशनल क्षमता हासिल कर लेगी। इस मिसाइल को अमेरिका के सबसे घातक B-52 रणनीतिक बॉम्‍बर्स पर तैनात किया जाएगा। इसके लिए बी-52 में काफी बदलाव किया जा रहा है।

फोटो-सोशल मीडिया

ऐसे में अमेरिका भले ही हाइपरसोनिक मिसाइल बना रहा हो, लेकिन वह अभी भी रूस से काफी पीछे है जिसने 10 मैक और 20 मैक की महास्‍पीड से मार करने वाली किंझल और एवनगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइल बनाई है।

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रूस का S-500 मिसाइल देगी कड़ा मुकाबला

गौरतलब है कि रूस ने पिछले हफ्ते ही अपनी तीसरी हाइपरसोनिक एंटी श‍िप मिसाइल जिरकॉन का सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल ने 8 मैक की स्‍पीड हासिल की। इस हिसाब से अमेरिका की इस हाइपरसोनिक मिसाइल को केवल रूस का S-500 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम ही कड़ा मुकाबला दे सकता है।

लेकिन रूस की मिसाइल इस अमेरिकी मिसाइल को मार गिराने के लिए केवल 4 म‍िनट ही होगा। हाइपसोनिक मिसाइल को सॉलिड फ्यूल रॉकेट बूस्‍टर से बनाया गया है। और ये बूस्‍टर मिसाइल को हाइपरसोनिक रफ्तार देती है।

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