अमेरिका में भड़की हिंसा: दर्जनों पुलिस वाले घायल, राष्ट्रपति चुनाव से पहले बड़ा बवाल

वाल्टर वॉलेस जूनियर की मौत के बाद संड़कों पर बड़ी संख्या में लोग उतरा आए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने जमकर पथराव किया। इसमें 30 से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। पुलिस की तरफ से सफाई में कहा गया है कि शख्स के हाथ में एक चाक़ू था इसलिए मजबूरन जवाबी कार्रवाई की गई।

Update: 2020-10-28 03:57 GMT
वाल्टर वॉलेस जूनियर की पुलिस की गोली से मौत के बाद संड़कों पर बड़ी संख्या में लोग उतरा आए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने जमकर पथराव किया।

लखनऊ: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक बार फिर हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस प्रदर्शन में 30 से अधिक पुलिस वाले घायल हुए हैं। अमेरिका के फिलाडेल्फिया में पुलिस एक 27 वर्षीय ब्लैक व्यक्ति को गोली मार दी जिसकी बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा मारे गए शख्स का नाम वाल्टर वॉलेस जूनियर है।

वाल्टर वॉलेस जूनियर की मौत के बाद संड़कों पर बड़ी संख्या में लोग उतरा आए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने जमकर पथराव किया। इसमें 30 से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। पुलिस की तरफ से सफाई में कहा गया है कि शख्स के हाथ में एक चाक़ू था इसलिए मजबूरन जवाबी कार्रवाई की गई।

हिंसक प्रदर्शन के बाद कई लोग गिरफ्तार

हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रवक्ता तान्या लिटिल की तरफ से बताया गया है कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति हाथ में हथियार लेकर खड़ा। पुलिस को कोब्स क्रीक क्षेत्र में बुलाया गया था। जब पुलिस पहुंची तो हाथ में चाकू लिए वॉल्टर वालेस खड़ा था।

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प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारियों ने वालेस से चाकू फेंक देने की अपनी की, लेकिन वह उनकी ओर बढ़ने लगा। दोनों अधिकारियों ने कई बार हवा में फायरिंग की, लेकिन मजबूरन अधिकारियों को उसे गोली मारनी पड़ी। लिटिल ने का कहना है कि पुलिस उसको अस्पताल लेकर गई उसे मृत घोषित कर दिया गया।

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शख्स की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बहस ने हिंस रूप ले लिया। लोग अधिकारियों पर चिल्लाने लगे। आक्राशित भीड़ ने पुलिस की गाडि़यों और कूड़ेदानों को आग लगा दी। इससे पहले अगस्‍त के महीने में पुलिस की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इस घटना कड़ी निंदा हुई थी।

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मई में अमेरिका में पुलिस हिरासत में 46 वर्षीय अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी। फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में भारी हिंसा फैल गई थी। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2000 से 2018 तक पुलिस द्वारा टेजर का इस्तेमाल करने से 1081 लोगों की मौत हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि 32 प्रतिशत ब्लैक थे, तो वहीं 29 प्रतिशत गोरे।

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