भारत के खिलाफ चीन की बड़ी साजिश, हमले का बनाया ये खतरनाक प्लान
कोरोना संकट में भारत के खिलाफ चीन लगातार साजिश रच रहा है। लद्दाख में चीन की साजिश फेल हो गई है जिससे वह बौखलाया हुआ है। अब वह भारत के खिलाफ आतंकियों की मदद के लिए पाकिस्तान के साथ खुलकर खड़ा हो गया है।
नई दिल्ली: कोरोना संकट की वजह से पूरी दुनिया के निशाने पर आया चीन बौखलाहट में पाकिस्तान के साथ मिलकर नापाक खेल खेल रहा है। पूर्वी लद्दाख में भारत के कड़े तेवर के कारण चीन अपनी साजिशों में पूरी तरह विफल रहा है और अब उसने पाकिस्तान के साथ मिलकर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में गंदा खेल खेलना शुरू कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी शिविरों में चीनी सेना के अधिकारी देखे गए हैं।
जानकारों का कहना है कि चीनी सेना के अधिकारी इन आतंकी शिविरों में पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर आतंकियों को ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं। यह भी खबर है कि चीन की ओर से आतंकी संगठनों को पैसा और हथियार की मदद देने की भी तैयारी है।
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आतंकी शिविरों में चीनी अफसरों की आवाजाही
सूत्रों का कहना है कि पिछले एक दशक के दौरान पीओके चीन का दखल लगातार बढ़ा है। सड़क बांध और पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण में चीन पाकिस्तानी सेना की पूरी मदद कर रहा है। इसके साथ ही साथ जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद के मामले में भी चीन ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमेशा पाकिस्तान का साथ दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर से जुड़े प्रस्तावों को चीन कई बार वीटो पावर के जरिए रोक चुका है मगर अब उससे भी आगे बढ़ चुकी है। अब पीओके के आतंकी शिविरों में चीनी सेना के अफसरों की आवाजाही बढ़ गई है।
बौखलाहट में चीनी सेना की बड़ी साजिश
जानकारों का कहना है की कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर इन दिनों चीन सारी दुनिया के निशाने पर है। अमेरिका सहित कई ताकतवर देशों ने इस वायरस के बारे में जानकारी छुपाने और इसका संक्रमण पूरी दुनिया में फैलाने के लिए चीन पर बड़ा हमला बोला है। पूरी दुनिया की नजरों में गुनहगार साबित होता चीन अब बौखलाहट में जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियां को बढ़ावा देने में पाकिस्तान का खुलकर साथ दे रहा है।
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आतंकी कमांडरों के साथ की बैठक
जानकारी सूत्रों का कहना है कि मई महीने में चीनी सेना के अफसरों के एक दल ने पीओके का दौरा किया था। चीनी अफसरों ने पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अफसरों के साथ मिलकर लश्कर, जैश और हिजबुल के प्रमुख कमांडरों के साथ बैठक भी की थी। जानकारों के मुताबिक बाद में चीनी अधिकारियों ने पीओके की सीमा पर बने आतंकियों के लांचिंग पैड और कुछ आतंकी शिविरों का भी दौरा किया था। चीनी अफसरों पीओके के दुदनियाल इलाके का भी दौरा किया था जहां से आतंकी अक्सर घुसपैठ की कोशिश करते हैं। इस इलाके में भारतीय सेना ने कार्रवाई कर आतंकी ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
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वित्तीय मदद व हथियारों की आपूर्ति पर भी चर्चा
चीनी अफसरों के इस दौरे का समय भी काफी अहम माना जा रहा है। ऐसे समय में जब पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना चीनी सेना की साजिशों को नाकामयाब करने में काफी हद तक सफल हुई है, चीनी अफसरों का दौरा बदला लेने की नीयत से बताया जा रहा है। चीनी अफसरों ने जम्मू कश्मीर में हिंसा में तेजी लाने के लिए आतंकियों की क्षमता, उनके वित्तीय ढांचे और हथियारों से जुड़े मुद्दों पर भी बातचीत की है।
माना जा रहा है कि चीन जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों की फंडिंग और उन्हें हथियारों से लैस करने का काम भी कर सकता है। चीन भारतीय सेना को जम्मू कश्मीर में उलझाए रखने की नीयत से काम कर रहा है ताकि उसे पूर्वी लद्दाख में अपनी साजिशों को अंजाम देने का मौका मिल सके।