गायब हुए 300 लोग: धूल और रेत में गुम हुआ बीजिंग, तूफान के कहर से कांपा चीन

चीन की राजधानी शहर बीजिंग को सोमवार को घनी भूर रंग की धूल से ढक लिया। इस तूफान के कारण गोबी रेगिस्तान और उत्तर-पश्चिमी चीन के कुछ हिस्सों में भारी हवाएं चल रही हैं। इस आंधी के चलते साढ़े तीन सौ के लगभग लोग लापता हो गए हैं और 400 उड़ानें रद कर दी गई हैं।

Update:2021-03-15 16:12 IST
चीन की राजधानी शहर बीजिंग को सोमवार को घनी भूर रंग की धूल से ढक लिया। इस तूफान के कारण गोबी रेगिस्तान और उत्तर-पश्चिमी चीन के कुछ हिस्सों में भारी हवाएं चल रही हैं।

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली। दशक में सबसे बड़े धूल के तूफान ने चीन की राजधानी शहर बीजिंग को सोमवार को घनी भूर रंग की धूल से ढक लिया। इस तूफान के कारण गोबी रेगिस्तान और उत्तर-पश्चिमी चीन के कुछ हिस्सों में भारी हवाएं चल रही हैं। इस आंधी के चलते साढ़े तीन सौ के लगभग लोग लापता हो गए हैं और 400 उड़ानें रद कर दी गई हैं। चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, भारी रेत के तूफान के कारण रविवार को पड़ोसी क्षेत्र मंगोलिया भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था। सोमवार सुबह भारी हवाएं चलनी शुरू हुईं और देखते देखते पूरे बीजिंग शहर को अपनी चपेट में ले लिया। जो बाहर थे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। अधिकांश लोग घरों में दुबके रहे।

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धूल और रेत भरी आंधी

गोबी रेगिस्तान उत्तरी चीन और दक्षिणी मंगोलिया में स्थित है। यह एक विशाल, शुष्क क्षेत्र है। चीन के मौसम विज्ञान प्रशासन ने पीले रंग की आंधी की चेतावनी दी थी। बताया जाता है कि घनी धूल भरी यह आंधी मंगोलिया से गांसु, शांक्सी और हेबै के प्रांतों में फैल गयी। जो कि बीजिंग को घेरे हुए है।

फोटो-सोशल मीडिया

धूल भरी आंधी के गगनचुंबी इमारतों को ढक लेने से राजधानी के दो मुख्य हवाई अड्डों में से 400 से अधिक उड़ानें दोपहर से पहले रद्द कर दी गईं हैं।

वसंत के मौसम में इस तरह के तूफान अक्सर आते हैं। पेड़ों और झाड़ियों के बड़े पैमाने पर रोपण से इन तूफानों की तीव्रता कम हो जाती है, लेकिन शहरों और उद्योगों के विस्तार ने पूरे चीन में पर्यावरण पर लगातार प्रतिकूल असर डाला है।

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धूल के तूफान

फोटो-सोशल मीडिया

राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि धूल और रेत भरी आंधी से उत्तर-पश्चिम में शिनजियांग से लेकर उत्तर-पूर्व में हेइलोंगजियांग और तियानजिन के पूर्वी तटीय बंदरगाह शहर तक 12 प्रांत और क्षेत्र प्रभावित होंगे। पिछले 10 सालों में यह सबसे खतरनाक आंधी है। जो बहुत बड़े एरिया को कवर कर रही है।

चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने अगले पांच वर्षों में आर्थिक उत्पादन के प्रति यूनिट कार्बन उत्सर्जन को 18% तक कम करने का वादा किया है। पर्यावरणविदों का कहना है कि चीन को कोयले पर निर्भरता को कम करने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है, जिसने इसे जलवायु परिवर्तन की दुनिया का सबसे बड़ा उत्सर्जक बना दिया है।

उच्च तीव्रता वाले इस धूल के तूफान ने सोमवार सुबह राजधानी बीजिंग की वायु गुणवत्ता को प्रभावित किया, जबकि आधिकारिक तौर पर 500 के अधिकतम स्तर को छूते हुए फ्लोटिंग कणों को पीएम 10 के रूप में जाना जाता है, जो कुछ जिलों में 8,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक है। धूल भरी आंधी के दौरान चीन का आकाश पीला हो गया, दृश्यता का स्तर बहुत कम हो जाने से यातायात बाधित हो गया।

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