चीन का खतरनाक हथियार: कुछ ही सेंकेंड में तबाह हो जाएगा अमेरिका
चीन में कम्युनिस्ट शासन का 1 अक्टूबर से 70 साल पूरे हो रहे हैं। 70 साल पूरें होने की खुशी में चीन तैयारियों में लगा हुआ है। चीन जश्न के इस मौके पर एक सैन्य परेड करने जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, चीन के स्थापना दिवस की ये परेड अब तक की सबसे बड़ी़ परेड होगी।
नई दिल्ली : चीन में कम्युनिस्ट शासन का 1 अक्टूबर से 70 साल पूरे हो रहे हैं। 70 साल पूरें होने की खुशी में चीन तैयारियों में लगा हुआ है। चीन जश्न के इस मौके पर एक सैन्य परेड करने जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, चीन के स्थापना दिवस की ये परेड अब तक की सबसे बड़ी़ परेड होगी। इस परेड में चीन बहुत से नए तकनीकी के हथियारों का प्रदर्शन भी कर सकता है।
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दोनों तरफ से परेशान है चीन
चीन इन दिनों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही तरफ से परेशान है। चीन के खिलाफ जहां एक तरफ हांगकांग में प्रदर्शन, वहीं दूसरी ओर अमेरिका से उसके खराब रिश्ते। इन हालतों में चीन के पास ये अच्छा मौका है जिसमें वो अपनी ताकत का प्रर्दशन कर सकता है। शायद यही कारण है कि चीन हथियारों का जखीरा खोलने जा रहा है।
अंदाजा तो ये भी लगाया जा रहा है कि इस बार और भी ज्यादा शक्तिशाली पर्सनालिटी भी शामिल हो सकती है। हालांकि चीन ने अभी तक इस बारे में कोई बड़ा खुलासा नहीं किया है।
इसके साथ ही चीन की सैन्य परेड कई तरह से भी खास होगी। इस परेड में करीब 60 सैन्य टुकड़ियां, 15 हजार सैनिक, 160 एयरक्रॉफ्ट और 580 सैन्य उपकरण व हथियारों का प्रदर्शन किया जा सकता है। चीन की इस परेड में सैन्य अधिकारियों के अलावा करीब 3 लाख चीनी नागरिक हिस्सा ले सकते हैं।
चीन की इस परेड का आयोजन बीजिंग के थ्येनआनमन चौक पर किया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि ये चौक वही है, जहां सन् 1989 में लोकतंत्र समर्थक छात्रों के नेतृत्व में बड़ा प्रदर्शन हुआ था, जिसे उस समय की सरकार ने क्रुर तरीके से कुचल दिया था।
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उस समय की कार्रवाई में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। कल की परेड की बात करें तो ये करीब 80 मिनट तक चलेगी। जिसकी सलामी राष्ट्रपति शी जिनपिंग लेंगे।
चीन स्थापना दिवस पर किस तरह के हथियारों की प्रदर्शनी लगाएगा, इसका तो कुछ पता नहीं चल सका है। लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसमें डीएफ-41 मिसाइल, जेएल-2 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल, डीएल-17 मिसाइल, एच-6एन बमवर्षक विमान, डीआर-8 ड्रोन और ड्रोन सबमरीन जैसे अत्याधुनिक हथियार शामिल हैं।
ड्रोन सबमरीन
वायरल हो रही तस्वीरों को देखकर लगता है जैसे टॉरपिडो (एक खास तरह का समुद्री जीव) ट्रक पर पसरा हुआ है। इसे बनाने के लिए मिलिट्री ने 15 यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम को लगाया था। इस रहस्यमयी सबमरीन का मकसद अब तक पता नहीं लगाया जा सका है और न ही चीनी सैन्य अधिकारियों ने इसपर कोई टिपप्णी की है।
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डीएफ-41 मिसाइल
इस मिसाइल की रेंज 7,500 मील है। यानी इस मिसाइल से अमेरिका के आखिरी हिस्से तक को निशाना बनाया जा सकता है। 10 न्यूक्लियर वारहेड्स की क्षमता वाली ये मिसाइल अचूक मानी जा रही है और पूरी दुनिया इसे देखने का इंतजार कर रही है।
एच- 6एन बमवर्षक
इस सैन्य प्रदर्शन में इसका उन्नत रूप सामने आ सकता है। बीते मंगलवार को परेड की रिहर्सल के दौरान इसकी एक झलक देखने को मिली, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
डीआर-8 ड्रोन
अपने आकार और बेहद तेज गति के कारण चर्चा में आ गया। ये ध्वनि की गति से पांच गुना तक उड़ान भरने में सक्षम है। इस ड्रोन का मकसद विदेशी एयरक्राफ्ट के करीब जाकर जरूरी बातें तुरंत के तुरंत अपने मिसाइल लॉन्चर तक पहुंचाना है।
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डीएफ- 17 हाइपरसोनिक मिसाइल
इसकी खासियत यह है कि यह न्यूक्लियर और पारंपरिक दोनों की तरह के हथियार की तरह काम आ सकता है।