LAC पर युद्ध का ऐलान: सभी सैनिकों को तैयार रहने का आदेश, हाई अलर्ट पर देश

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को अब युद्ध के लिए तैयार रहने को कह दिया है। ऐसे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन के गुआंगडोंग इलाके में एक सैन्य अड्डे के दौरे के दौरान शी जिनपिंग ने ये बात अपनी सेना से कही है।

Update: 2020-10-15 08:59 GMT
ऐसे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन के गुआंगडोंग इलाके में एक सैन्य अड्डे के दौरे के दौरान शी जिनपिंग ने ये बात अपनी सेना से कही है।

बीचिंग: कई देशों की जमीन पर कब्जा करने को आतूर चीन अब बौखलाया हुआ है। अपनी इस गुस्ताखी के तहत चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को अब युद्ध के लिए तैयार रहने को कह दिया है। ऐसे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन के गुआंगडोंग इलाके में एक सैन्य अड्डे के दौरे के दौरान शी जिनपिंग ने ये बात अपनी सेना से कही है। चीनी राष्ट्रपति शी जिन‍पिंग ने सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार रहने और हमेशा हाई अलर्ट की स्थिति में रहने के लिए भी कहा है।

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ट्रेनिंग में जंग की तैयारी

सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, शी जिनपिंग ने अपने बयान में सैनिकों से कहा, 'आपको अपना दिमाग और पूरी ऊर्जा युद्ध की तैयारी के लिए लगाना चाहिए। साथ ही आपको अपनी ट्रेनिंग में जंग की तैयारी पर फोकस रखना चाहिए। अपनी ट्रेनिंग के मानकों और लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएं।'

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गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद बीते छह महीनों से चल रहा है। भारत और चीन ने बहुत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं जो लंबे गतिरोध में डटे रहने की तैयारी है।

साथ ही सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के साथ खतरनाक हथियारों की भी तैनाती काफी लंबे समय से है। भारतीय सेना ने चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीमा पर टैंक और अन्य भारी अस्त्र-शस्त्र उतार दिए हैं। वहीं ईंधन, भोजन और सर्दियों में काम आने वाली चीजों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

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बातचीत को और आगे बढ़ाना चाहते

सीमा भूमि विवाद पर भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की सोमवार को बैठक तो हुई पर उसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है। बशर्ते इसके की दोनों देश बातचीत को और आगे बढ़ाना चाहते हैं जिससे एलएसी पर जल्द से जल्द डिसइंगेजमेंट हो सके।

विवाद को सुलझाने के लिए 13 घंटे चली बैठक के बाद मंगलवार को दोनों देशों ने साझा प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी सेक्टर (पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर) में डिसइंगेजमेंट को लेकर गहन विचार विमर्श किया है। हालाकिं अभी कोई मसला हल होता नहीं दिख रहा है।

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