युद्ध से कांपा पाकिस्तान: पुलिस-सेना में खूनी संघर्ष, 10 की दर्दनाक मौत

पाकिस्तान में इन दिनों गृह युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पुलिस के मामलों में सेना द्वारा हस्तक्षेप करने पर दोनों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस और सेना के जवान आमने सामने आ गए और ताबड़तो़ड़ गोलाबारी हो रही है।

Update: 2020-10-22 12:26 GMT
पाकिस्तान में इन दिनों गृह युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पुलिस के मामलों में सेना द्वारा हस्तक्षेप करने पर दोनों के बीच मुठभेड़ हो गई।

कराची। पाकिस्तान में इन दिनों गृह युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पुलिस के मामलों में सेना द्वारा हस्तक्षेप करने पर दोनों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस और सेना के जवान आमने सामने आ गए और ताबड़तो़ड़ गोलाबारी हो रही है। इस पुलिस-सेना संघर्ष में अभी तक 5 सैनिकों समेत 10 की मौत हो गई है। साथ ही पुलिस में विद्रोह की स्थितियां उत्पन्न हो गई हैं। लेकिन पाक के मुख्यधारा की मीडिया ने गंभीर होते अपने यहां के हालातों को जनता से छिपाने की भरपूर कोशिशें शुरू कर दी हैं।

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कराची में एक विशाल रैली

ऐसे में पाकिस्तान में सिंध प्रांत की पुलिस और पाक सेना के बीच भयंकर गोलीबारी के बीच सेना ने पुलिस अधीक्षक आफताब अनवर को हिरासत में ले लिया। साथ ही सेना और पुलिस के बीच मामला उस समय तूल पकड़ा, जब 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने कराची में एक विशाल रैली की।

कराची में इस विशाल रैली में सेना की कठपुतली बनी इमरान सरकार और सेना पर जमकर निशाने साधे गए। रैली में भीषण भीड़ इकट्ठा हुई थी। लंदन से वीडियो लिंक के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी संबोधित किया।

फोटो-सोशल मीडिया

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सेना और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव

इस रैली के बाद सेना ने मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता मरयम नवाज के पति सफदर अवान को होटल से हिरासत में ले लिया गया। ऐसे में पीएमएल-एन नेताओं के मुताबिक, स्थिति उस समय खराब हो गई, जब पाक सेना ने सफदर के खिलाफ एफआइआर व गिरफ्तारी का दबाव बनाया और सिंध प्रांत के आइजी पुलिस मुश्ताक मेहर का अपहरण कर लिया।

ऐसे में पुलिस के उच्च अधिकारी का अपहरण किए जाने से सेना और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव हो गया। फिर ये मामला अब गंभीर होता जा रहा है। पुलिस में विद्रोह की स्थिति हो गई है। सिंध प्रांत के सभी बड़े पुलिस अधिकारियों ने छुट्टी का आवदेन दे दिया है।

जिसमें से तीन एडिशनल आइजी, 25 डीआइजी, तीस एसएसपी और एक दर्जन से अधिक एसपी शामिल हैं। सेना को लेकर पुलिस का विरोध अब हर स्तर पर शुरू हो गया है। देखा जाए तो पाकिस्तान किसी और से नहीं बल्कि खुद के देश में विद्रोह का शिकार होता जा रहा है।

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