बड़ी खबरः अक्टूबर तक आ जाएगी कोरोना वैक्सीन, 23 का हो रहा ह्यूमन ट्रायल

कोरोना की वैक्सीन वैश्विक स्तर पर बड़ी संख्या में रिसर्च इंस्टीट्यूट और फार्मा कंपनियां बनाने में जुटी हैं। 155 संभावित वैक्सीन और दवाएं हैं, जो विकास के विभिन्न चरणों से गुजर रहे हैं।

Update:2020-07-17 16:19 IST

नई दिल्ली: कोरोना की वैक्सीन वैश्विक स्तर पर बड़ी संख्या में रिसर्च इंस्टीट्यूट और फार्मा कंपनियां बनाने में जुटी हैं। 155 संभावित वैक्सीन और दवाएं हैं, जो विकास के विभिन्न चरणों से गुजर रहे हैं। इनमें से 23 मानव परीक्षण से गुजर रहे हैं।

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ऑक्सफोर्ड :

कोरोना की वैक्सीन के मोर्चे पर अच्छी खबरें आ रही हैं। वैक्सीन के ट्रायल के अच्छे नतीजे मिलने के बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कहा है कि वैक्सीन अक्तूबर तक लांच हो जाने की उम्मीद है। ऑक्सफोर्ड के जेनर इंस्टीट्यूट, जहां वैक्सीन विकसित की जा रही, के निदेशक के अनुसार फाइनल परीक्षान के रेजल्ट अगस्त और सितंबर में आ जाने के बाद अक्तूबर में वैक्सीन निकाल दी जाएगी। ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल यूके में चल रहे हैं जबकि तीसरे चरण के ट्रायल ब्राज़ील और साउथ अफ्रीका में किए जा रहे हैं। ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों का कहना है कि उनकी वैक्सीन ने वायरस के खिलाफ दोहरी सुरक्षा मिल सकती है। जिन लोगों पर परीक्षण किया गया उनके खून के नमूनों की जांच से पता चला है कि उनके शरीर में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी के साथ सतह वायरस को मरने वाले टी सेल्स भी बने।

मोडेरना :

वैक्सीन के बारे में अमेरिका की मोडेरना फार्मा का काम भी उत्साहजनक रहा है। मोडेरना ने 45 लोगों पर ट्रायल करने के बाद कहा है कि वैक्सीन सुरक्शित है और इससे इम्यून रेस्पोंस बढ़िया रहा है। मोडेरना की उपलब्धि पर प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट भी किया और इसे बढ़िया खबर बताया।

रूस :

रूस ने घोषणा की है कि उसने कोरोना वायरस का वैक्सीन बनाने की दिशा में मानव परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया है। रूसी वैज्ञानिकों का दावा है कि विश्व की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन अगस्त में लांच हो जाएगी। गैमेलेई नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा कि कोरोना वैक्‍सीन 12 से 14 अगस्त तक लोगों को दी जाने लगेगी। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर सितंबर से इसका उत्पादन शुरू होने की संभावना है। रूस इस वर्ष घरेलू स्तर पर प्रायोगिक कोरोना वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक का उत्पादन करने की योजना बना रहा है, जिसमें एक करोड़ 70 लाख विदेशों में निर्माण करने की क्षमता है।

भारत :

आईसीएमआर यानी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और भारत बायोटेक ने मिलकर कोरोना की वैक्सीन विकसित करने की दिशा में काफी प्रगति कर ली है। इस वैक्सीन का इंसानी परीक्षण शुरू हो चुका है। अगर सारे परीक्षण सही रहते हैं तो कोरोना वायरस के खिलाफ असर दिखाने वाली यह भारत की पहली कोरोना वैक्सीन होगी। भारतीय दवा कंपनी जायडस कैडिला ने कहा है कि कोविड-19 के वैक्सीन बनाने के लिए मानव परीक्षण शुरू कर दिया गया है। वॉलिंटियर्स को पहले और दूसरे चरण के लिए कोरोना वायरस से बचाव का संभावित टीका विभिन्न स्थानों पर दिया जा रहा है।

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रूस पर वैक्सीन की जानकारी चुराने का आरोप

यूनाइटेड किंग्डम, अमेरिका और कनाडा ने कहा है कि रूसी सरकार का समर्थन पाये हैकर कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगी फार्मा कंपनियों और रिसर्च संस्थानों को निशाना बना रहे हैं। यूके की नेशनल साइबर सेक्युरिटी सेंटर ने साफ कहा है कि 'एपीटी 29' नाम वाला हैकरों का ग्रुप निश्चित तौर पर रूसी खुफिया एजेंसियों के लिए काम कर रहा है। इस जानकारी को अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने भी सही ठहराया है। एपीटी-29 पर ही 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में घालमेल करने का आरोप है। यूके के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई करने वालों को रूसी खुफिया एजेन्सियों द्वारा निशाना बनाया जाना पूरी तरह अस्वीकार्य है।

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