Drugs Supply Asia: एशिया में ड्रग्स की सप्लाई रिकॉर्ड लेवल पर पहुंची
Drugs Supply Asia: एशिया में सिंथेटिक ड्रग्स का धंधा रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया है। ड्रग्स माफिया ने स्मगलिंग के लिए नए नए रूट बना लिए हैं और मेथामफेटामाइन जैसी ड्रग की कीमतें नए निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।
Drugs Supply Asia: एशिया में सिंथेटिक ड्रग्स का धंधा रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गया है। ड्रग्स माफिया ने स्मगलिंग के लिए नए नए रूट बना लिए हैं और मेथामफेटामाइन जैसी ड्रग की कीमतें नए निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।
ड्रग्स एंड क्राइम पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओडीसी) द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में मेथामफेटामाइन या मेथ की बरामदगी कोरोना पूर्व लेवल पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के अनुसार म्यांमार से बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत में बड़ी मात्रा में मेथ पहुँचाया जा रहा है।
तस्करी नेटवर्क सक्रिय
नशीले पदार्थों के कारोबार के फिर से पटरी पर लौटने के कई संकेत हैं। कोरोना महामारी टलने के साथ देशों ने अपनी सीमाओं को फिर से खोल दिया। और इसी के साथ ड्रग्स की स्मगलिंग और तेज हो गई। मिसाल के तौर पर जापान के सीमा शुल्क अधिकारियों ने 2022 की दूसरी छमाही में मेथमफेटामाइन की तस्करी करने वाले हवाई यात्रियों में बढ़ोतरी देखी। रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में पश्चिम अफ्रीकी तस्करी नेटवर्क, जो महामारी के दौरान गायब हो गए" थे, अब फिर से सक्रिय हो गए हैं।
रोकना मुश्किल
रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे शक्तिशाली क्षेत्रीय तस्करी नेटवर्क इत्मीनान के साथ काम करने में सक्षम हैं और उन्हें रोका नहीं जा सकता। परिणामस्वरूप वे बाजार को अपने हिसाब से कंट्रोल कर रहे हैं। वैसे, कुछ देशों ने हाल के वर्षों में अपने तस्करी विरोधी प्रयासों को आगे बढ़ाया है। चीन के दक्षिण-पश्चिमी युन्नान प्रांत और म्यांमार के साथ थाई सीमा पर अधिक कड़े कानून प्रवर्तन ने चीन में मेथ बरामदगी में महत्वपूर्ण गिरावट और थाईलैंड में मामूली कमी देखी है। लेकिन ड्रग्स के धंधेबाज सरकारों की कोशिशों का तोड़ निकाल ही ले रहे हैं।
अंडमान तस्करी
एशिया के ड्रग कार्टेल लैटिन और मध्य अमेरिका में अपने समकक्षों की तुलना में बेहद कम ध्यान आकर्षित करते हुए वैश्विक नशीले पदार्थों के व्यापार के जरिये अरबों का उत्पादन करते हैं। एशिया के कार्टेल लो प्रोफाइल रखते हैं और इनमें आपसी संघर्ष भी कम होते हैं।एशिया में बरसों से क्षेत्रीय मेथ उत्पादन गोल्डन ट्रायंगल के जंगलों में हुआ है। ये एक ऐसा सुदूर क्षेत्र जहां थाईलैंड, लाओस और म्यांमार की सीमाएं मिलती हैं। गोल्डन ट्रायंगल लंबे समय से दुनिया के प्रमुख ड्रग्स केंद्रों में से एक रहा है। इस क्षेत्र से अभी भी बड़ी मात्रा में ड्रग्स गुजरते हैं लेकिन ड्रग्स कार्टेल तेजी से पश्चिमी समुद्री मार्गों की ओर रुख कर रहे हैं। वे सेंट्रल म्यांमार के रास्ते ड्रग्स की सप्लाई अंडमान सागर में ट्रांसफर कर रहे हैं।
दुनिया भर में सप्लाई
म्यांमार से मेथ और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स दुनिया भर की यात्रा करती हैं। जबकि पहले जापान, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया तक ड्रग्स के शिपमेंट पाए जाते थे। रिपोर्ट में पाया गया कि दक्षिण एशिया को भी इस बाजार में और खींचा जा रहा है तथा म्यांमार से बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत में बड़ी मात्रा में मेथ पहुँचाया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी कार्रवाई और बरामदगी में वृद्धि के बावजूद, मेथ की थोक और फुटकर कीमतें पूरे क्षेत्र में 2022 में रिकॉर्ड स्तर पर गिर गईं। इससे पता चलता है कि ड्रग की सप्लाई अभी भी निर्बाध रूप से हो रही है। नशीली दवाओं से संबंधित गिरफ्तारियां और नशीली दवाओं के इलाज के लिए अस्पतालों में मरीजों की संख्या, ड्रग सप्लाई का सबूत है।
केटामाइन में उछाल
मेथ के अलावा इस क्षेत्र में केटामाइन का उत्पादन और तस्करी भी तेजी से बढ़ रही है। अधिकारियों ने 2022 में 27.4 टन शक्तिशाली डिसोसिएटिव एनेस्थेटिक बरामद की। इस ड्रग को अक्सर पार्टी ड्रग के रूप में इस्तेमाल किया है। यूएनओडीसी की रिपोर्ट के अनुसार यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 167 फीसदी अधिक है। जापान और हांगकांग को छोड़कर, इस क्षेत्र के लगभग हर देश और क्षेत्र में बरामदगी में वृद्धि दर्ज की गई है।