फेयर सिलेक्शन के लिए इंटरव्यू लेने वाला रोबोट है तैयार ,मई में लॉन्चिंग

नौकरी के लिए इंटरव्यू देना हो तो उम्मीदवार के मन में यह प्रश्न अनायास ही आ जाता है कि पता नहीं कितना फेयर सिलेक्शन होगा। फेयर सिलेक्शन की समस्या से पूरा विश्व जूझ रहा है।

Update: 2019-03-15 10:00 GMT

नौकरी के लिए इंटरव्यू देना हो तो उम्मीदवार के मन में यह प्रश्न अनायास ही आ जाता है कि पता नहीं कितना फेयर सिलेक्शन होगा। फेयर सिलेक्शन की समस्या से पूरा विश्व जूझ रहा है। रिक्रूटमेंट फर्म टीएनजी के मुताबिक स्वीडन में जॉब ढूंढ़ने वाले 73% उम्मीदवारों का कहना है कि इंटरव्यू के दौरान उनके साथ उम्र, जेंडर, रंग, भाषा, उच्चारण आदि के आधार पर भेदभाव किया जाता है।नौकरी खोजने वाले बेरोजगारों की बहस का मुख्य मुददा यही रहता है कितना फेयर सिलेक्शन होगा।

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दूसरी तरफ देख जाय तो किसी जॉब इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों के टैलेंट, शिक्षा और अनुभव के साथ उसकी पसंद-नापसंद, जेंडर, पहनावा, उच्चारण आदि भी इस बात को तय करती है कि उसे जॉब मिलेगी या नहीं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इंटरव्यू लेने वालों के पूर्वाग्रह होते हैं। कई बार वे न चाहते हुए भी उम्मीदवारों को ऐसे पैमानों पर आंकते हैं जिनकी जॉब में जरूरत नहीं होती है।

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इसी समस्या से निपटने के लिए स्वीडन की रोबोटिक्स कंपनी फुरहात इसका समाधान लेकर आई है।सिर्फ 16 इंच और वजन महज 3.5 किलो वाले तेनगाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित रोबोट दुनिया का पहला इंटरव्यू लेने वाला रोबोट बन जाएगी।यह उम्मीदवारों से सिर्फ वही सवाल पूछती है जिनका उस खास जॉब से सीधा ताल्लुक होता है। उम्मीदवारों के जवाब लिखित फॉर्मेट में मैनेजमेंट के पास पहुंचते हैं। इस आधार पर फैसला लिया जाता है कि उसे चयन प्रक्रिया के अगले राउंड में बुलाना है या नहीं।फुरहात ने यह रोबोट स्टॉकहोम के केटीएच रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर तैयार किया है।

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इसी साल मई में अन्य कंपनियों के लिए इसकी लॉन्चिंग कर दी जाएगी। अभी यह सिर्फ स्वीडिश भाषा में उपलब्ध होगी। अगले साल इसे अंग्रेजी भाषियों के लिए पेश कर दिया जाएगा। इसके बाद अलग-अलग देशों से डिमांड आने की स्थिति में अन्य भाषाओं पर भी काम किया जाएगा।

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