कांगो में बड़ा हमला: इतालवी राजदूत पर अंधाधुंध फ़ायरिंग, मौत से UN तक हड़कंप

कांगो में संयुक्त राष्ट्र स्थिरीकरण मिशन के काफिले में शामिल इटली के राजदूत लुसा एटानासियो और एक इतालवी पुलिस अधिकारी की सोमवार को अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी।

Update:2021-02-22 20:07 IST

लखनऊ: कांगो गणराज्य में इटली के राजदूत की हत्या का मामला सामने आया है। सोमवार को इटली के राजदूत लुसा एटानासियो (Italian Ambassador Luca Attanasio) की हत्या कर दी गयीं। उनके साथ इटली के एक पुलिस आधिकारी को भी मार दिया गया। बता दें कि ये घटना ऐसे वक्त पर हुई, जब इतालवी राजदूत संयुक्त राष्ट्र के काफिले के साथ कांगो यात्रा पर थे। इतालवी राजदूत यूएन एजेंसी के साथ अशांत इलाके में तथ्यों की जांच करने वाले फैक्ट फाइंडिंग मिशन के लिए कांगो गए हुए थे।

इटली के राजदूत लुसा एटानासियो की हत्या

दरअसल, कांगो में संयुक्त राष्ट्र स्थिरीकरण मिशन के काफिले में शामिल इटली के राजदूत लुसा एटानासियो और एक इतालवी पुलिस अधिकारी की सोमवार को अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए बताया कि लुका अतानासियो और उनके पुलिस अधिकारी की गोमा में हत्या की गई है।.

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कांगो में संयुक्त राष्ट्र के काफिले में शामिल थे इतालवी राजदूत

एक वरिष्ठ राजनयिक के मुतबिक, राजदूत लुसा एटानासियो हमले में बुरी तरह घायल हो गए थे, इसके बाद उनकी मौत हो गयी। उनकी हत्या किसने की, इसपर तो कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन सूत्रों के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के एक दल पर गोमा के पास अंधाधुंध गोलीबारी की गई। इस हमले में इटालवी राजदूत और पुलिस अधिकारी के अलावा दो और लोगों के मारे जाने की जानकारी मिल रही है।

उत्तरी किवु प्रांत एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस (ADF) का गढ़

बता दें कि कांगो में किवु प्रांत का गोमा शहर, रवांडा और उगांडा की सीमाओं के पास है। उत्तरी किवु प्रांत एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस (ADF) का गढ़ माना जाता है। ये गुट इस्लामिक विद्रोही और उगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवनी का विरोध करने वाला हथियारबंद दल है।

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गौरतलब है कि कांगो में दशकों तक भ्रष्ट तानाशाही रही है। कई गृहयुद्ध झेल चुके कांगो के पड़ोसी देशों से भी विवाद चल रहे हैं। ऐसे में वहां शांति स्थापित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र मिशन ने अपने 15 हजार सैनिक तैनात किए हैं, जो कांगो में शांति बहाली को लेकर अब भी डयूटी पर तैनात हैं।

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