सरकार देगी मुफ्त में पैसा, अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उठाया कदम

वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने बताया, '' न्यूजीलैंड नीति गत प्रोत्साहन के तरीके के रूप में व्यक्तियों को सीधे मुफ्त नकदी वितरित करने पर विचार कर रहा है।

Update: 2020-05-22 09:10 GMT

दुनिया भर के लगभग सारे ही देश इस समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। ऐसे में हर देश में इस वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। इस वायरस के चलते लगभग हर देश की अर्थव्यवस्था को गड़बड़ा दिया है। ऐसे में अपनी लड़खड़ाई व्यवस्था को सुधारने के लिए अब न्यूजीलैंड सरकार अपने लोगों को सीधे मुफ्त नकदी वितरित करने पर विचार कर रही है। जिसकी जानकारी न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने की।

न्यूजीलैंड सरकार लाने जा रही 'हेलीकॉप्टर मनी'

न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने सरकार के इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया, '' न्यूजीलैंड नीति गत प्रोत्साहन के तरीके के रूप में व्यक्तियों को सीधे मुफ्त नकदी वितरित करने पर विचार कर रहा है। ताकि एक COVID-19 महामारी से जूझ रही अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिल सके। कोरोना वायरस के चलते देश की अर्थव्यवस्था आए दिन लगातार गिरती ही जा रही है। देश की अर्थव्यवस्था की आए दिन खस्ता हालत को देखते हुए अब न्यूजीलैंड सरकार अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 'हेलीकॉप्टर मनी' को अपनाने पर विचार कर रही है। हेलीकाप्टर मनी के तहत केंद्रीय बैंक सरकार को ऐसे रकम जारी करती है।

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जिसका पुनर्भुगतान नहीं करना होता है। इसके जरिये आम लोगों के हाथ में अधिक पैसा पहुंचाया जाता है ताकि वो अपना खर्च बढ़ाएं और इससे अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिल सके। न्यूजीलैंड के वित्त मंत्री रॉबर्टसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, '' हेलिकॉप्टर मनी ' शुरू करने के लिए विवरण साझा करने को कहा गया था। उन्होंने कहा, हेलीकॉप्टर मनी का सरकार के लिए चाहे केंद्रीय बैंक मनी छापे और उसे वितरित करे या सरकार अपनी उधारी बढ़ाए और फिर उसे सौंप दे। रॉबर्टसन ने कहा कि कॉन्सेप्ट पर चर्चा की जा रही थी, लेकिन यह चर्चा उस स्तर तक नहीं हो पायी है।

क्या है हेलीकॉप्टर मनी ?

हेलीकॉप्टर मनी मौद्रिक नीति का एक अपरंपरागत टूल है, जिसके जरिये अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाया जाता है। इसके तहत बड़े स्तर पर पैसों की छपाई की जाती है और आम लोगों तक इसे पहुंचाया जाता है। सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल अमेरिकी अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रेडमैन ने किया था।

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फ्रेडमैन ने इसको लेकर कहा था कि अर्थव्यवस्था में अचानक पैसे बढ़ा देने से सुस्ती से निजात मिलेगी और ग्रोथ में तेजी आएगी। इस तरह की नीति के तहत, केंद्रीय बैंक सरकार के जरिये पैसों की सप्लाई बढ़ा देता है और लोगों तक नया कैश पहुंचाता है। इससे उत्पादों की मांग में इजाफा होता है और मुद्रास्फीति भी बढ़ती है।

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