तो गयी कुर्सी! मौलाना ने कर दिया इमरान की नाक में दम

गिलगिट में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वो दिन लद गए, जब लोग सत्ता हथियाने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल करते थे। क्योंकि ये नया पाकिस्तान है आपको जितनी देर प्रदर्शन करना है कीजिए। जब आपका खाना खत्म हो जाएगा हम आपको और भेज देंगे लेकिन कुर्सी नहीं छोड़ेंगे।

Update: 2019-11-02 10:07 GMT

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहां के मौलाना फजलुर रहमान ने उन्हें कुर्सी छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टिमेटम दे दिया है। इस मसले को लेकर मौलाना अपने समर्थकों के साथ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान प्रदर्शनकारियों की बातों पर ध्यान न देते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि वो मौलाना के समर्थकों को खाना-पीना भेजते रहेंगे, लेकिन कुर्सी नहीं छोड़ेंगे।

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गिलगिट में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वो दिन लद गए, जब लोग सत्ता हथियाने के लिए इस्लाम का इस्तेमाल करते थे। क्योंकि ये नया पाकिस्तान है आपको जितनी देर प्रदर्शन करना है कीजिए। जब आपका खाना खत्म हो जाएगा हम आपको और भेज देंगे लेकिन कुर्सी नहीं छोड़ेंगे।

यहां पूरी दुनिया को पता है कि इमरान खान की सरकार पर एक के बाद एक नया संकट गहराता जा रहा है। अब वो चाहे अर्थव्यवस्था का विषय हो या विदेश नीति, विकास के हर मुद्दों पर संकटों से घिर चुकी इमरान सरकार के सिर पर कांटो का ताज़ ही दिखायी दे रहा है।

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पाकिस्तान की कथित सबसे बड़ी धार्मिक पार्टी के मुखिया एक मौलाना ने पाकिस्तान में तख्तापलट के लिए मुहिम छेड़ दी है। कहा जा रहा है कि करीब 1 लाख समर्थकों के साथ वो आज़ादी मार्च कर रहे हैं।

गौरतलब है कि मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान सरकार को सत्ता से बेदखल करने के मकसद से 'आजादी मार्च' शुरू किया है। उन्होंने इमरान को इस्तीफा देने के लिए 2 दिन की मोहलत दी है।

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दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने 27 अक्टूबर को अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ दक्षिणी सिंध प्रांत से 'आजादी मार्च' शुरू किया था जो गुरुवार को इस्लामाबाद पहुंचा।

 

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