इजरायल के साथ संबंधों पर पाक पीएम इमरान ने दिया ऐसा बयान, मच सकता है बवाल

पाकिस्तान ने इजरायल के साथ अपने संबंधों को लेकर खुलकर बात की है। एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से जब ये सवाल पूछा गया कि यूएई और इजरायल ने कूटनीतिक संबंध कायम कर लिए हैं तो क्या पाकिस्तान भी इजरायल के साथ ऐसा करेगा?

Update:2020-08-19 13:13 IST
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की फाइल फोटो

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने इजरायल के साथ अपने संबंधों को लेकर खुलकर बात की है। एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से जब ये सवाल पूछा गया कि यूएई और इजरायल ने कूटनीतिक संबंध कायम कर लिए हैं तो क्या पाकिस्तान भी इजरायल के साथ ऐसा करेगा?

इस पर इमरान ने कहा "पहले दिन से ही इजरायल को लेकर हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है और कायद-ए-आजम मुहम्मद अली जिन्ना ने कहा था कि जब तक फिलीस्तिनियों को उनके अधिकार और उनका राष्ट्र वापस नहीं मिल जाता है, तब तक पाकिस्तान इजरायल को मान्यता नहीं दे सकता है।"

इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की फाइल फोटो

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इजरायल को मान्यता देना कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख से पीछे हटने के बराबर

पाकिस्तान के पीएम यहीं नहीं रुके बल्कि आगे कहा, "इजरायल को मान्यता देना कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख से पीछे हटने के बराबर है। फिलीस्तीनियों का मामला कश्मीरियों की ही तरह है। उनके भी अधिकारियों को छीन लिया गया है और वे इजरायल के अत्याचार का सामना कर रहे हैं।"

बता दें कि कश्मीर मुद्दे को लेकर सऊदी और पाकिस्तान के रिश्तों में भी दरार पड़ चुकी है। इमरान खान ने एक इंटरव्यू में कहा था, "सऊदी पाकिस्तान का खास सहयोगी है। हर देश अपनी विदेश नीति और अपने राष्ट्रीय हितों के हिसाब से कोई निर्णय लेते हैं।

हमारा रोल ये है कि हम पूरी मुस्लिम दुनिया को एकता के धागे में पिरोये, जो कि एक बेहद ही चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन हम अपनी तरफ से पूरा प्रयास करेंगे।"

पाकिस्तान के पीएम इमरान खांन की फाइल फोटो

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कश्मीर मसले पर मुस्लिम देशों के रुख से पाकिस्तान परेशान

गौरतलब है कि कश्मीर पर अरब देशों की चुप्पी के बाद पाकिस्तान के सामने यह बड़ी मुसीबत आई गई है कि वह इस्लामिक लड़ाई को पीछे छोड़ते हुए इजरायल के साथ राजनयिक संबंध कायम करे या नहीं। यूएई ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया था।

जिसके बाद से ही पाकिस्तान के भीतर वैश्विक मुस्लिम एकता पर सवाल खड़े होने लगे। फरवरी महीने में भारत ने बालाकोट में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की थी तो उसी वक्त मुस्लिम देशों के सबसे बड़े मंच इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने नई दिल्ली को बतौर 'गेस्ट ऑफ ऑनर' आमंत्रित कर पाकिस्तान को झटका दिया था। सऊदी भी कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं दिखाई दिया है।

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