NDA से अलग पासवान: इस बात पर टूटा दिल, अब चलेंगे पिता की राह पर

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए से लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के भी अलग होने के आसार नजर आ रहे हैं। LJP ने संकेत दिया है कि वह अकेले विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाएगी।

Update: 2020-09-24 08:17 GMT
पूर्व एलजेपी नेता केशव सिंह का कहना है कि अमर आजाद नामक एक व्यक्ति ने चिराग पासवान के कहने पर उन्हें धमकी दी थी। वे इस मामले में चुप नहीं बैठेंगे।

पटना: बिहार का विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ती ही जा रही है। नेताओं का पुरानी पार्टी छोड़ नये दल में शामिल होने का सिलसिला इन दिनों जोरों पर है। जहां एक ओर महागठबंधन से राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (RLSP) के अलग होने की संभावना है, तो वहीं एनडीए से लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के भी अलग होने के आसार नजर आ रहे हैं। LJP ने संकेत दिया है कि वह अकेले विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाएगी।

विधानसभा चुनाव में अकेले भाग्य आजमाएगी एलजेपी!

जानकारी के मुताबिक, एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, जेडीयू के आरसीपी सिंह और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के बाद भारतीय जनता पार्टी ने LJP को साफ कर दिया है कि वह उन्हें 25 से ज्यादा सीटें नहीं देगी।

जिसके चलते चिराग पासवान काफी नाराज हो गए हैं। LJP के सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान ने पार्टी नेताओ से कहा है कि चुनाव में 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी करें। हालांकि इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

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सांसद के पद से इस्तीफा दे सकते हैं चिराग पासवान (फोटो- ट्विटर)

सांसद के पद से इस्तीफा दे सकते हैं चिराग पासवान

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चिराग पासवान खुद भी सांसद पद से इस्तीफा दे सकते हैं और विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। माना जा रहा है कि अब पासवान अपने पिता की तरह उसी रणनीति पर चलेंगे, जिसपर 2005 के विधानसभा चुनाव में उनके पिता चले थे।

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बता दें कि 15 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में चिराग के पिता राम विलास पासवान ने दलित, मुस्लिम और फॉरवर्ड जाति भूमिहारों को लेकर एक कॉबिनेशन बनाया था और इसी के जरिए LJP ने 29 सीटें पर जीत हासिल की थी और सत्ता रामविलास पासवान के हाथ में आ गई थी। वहीं अब एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान भी सत्ता की चाभी हासिल करने की सोच रहे हैं।

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NDA में जल्द ही सीट शेयरिंग का मामला सुलझा लिया जाएगा

सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, जेडीयू के आरसीपी सिंह और राजीव रंजन के बीच हुई मुलाकात में यह तय हुआ है कि NDA में जल्द ही सीट शेयरिंग का मामला सुलझा लिया जाएगा। इसके बाद ही उम्मीदवार तय किए जाएंगे। कहा जा रहा है कि जेडीयू में एनडीए बड़ी पार्टी होगी। इसके अलावा बीजेपी के रुख के बाद ही सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला किया जा सकेगा।

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने कहा है कि 2010 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के दो ही घटक थे। एक जेडीयू, जिसने 141 सीटें हासिल की थीं और दूसरा बीजेपी जिसने बाकी के 102 सीटों पर चुनाव जीता था। इस बार एलजेपी और हम भी शामिल है।

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