Winter Session of Parliament : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद आज संसद की मुहर भी लग गई। विपक्षी पार्टियां कृषि कानूनों की वापसी के बिल पर चर्चा की मांग करती रही। लेकिन सरकार चर्चा को तैयार नहीं था। विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के बीच कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया। अब राष्ट्रपति के मंजूरी मिलते ही तीनों कानून रद्द हो जाएंगे।संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही विपक्षी सांसदों का हंगामा देखने को मिला। सत्र के पहले दिन आज सोमवार को दो नए सदस्यों के शपथ ग्रहण तथा आठ दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा में कृषि कानूनों (Farm LAWS) की वापसी के लिए बिल पेश किया गया। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इसे पेश किया। इस सब के बीच विपक्षी नेताओं ने संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होते ही हंगामा मचाना शुरू कर दिया। किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां सदन में नारे लगाने लगे। विपक्ष की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही पहली बार दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। फिर जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो इस बिल को बिना बहस के ही लोकसभा से पास करवा लिए गया। उसके बाद फिर जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों का हंगामा शुरू हुआ। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।अब बारी थी राज्यसभा की। दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद फिर हंगामा मचाने लगे। उन्होंने बिल पर बहस की भी बात रखी। लेकिन बिल को बिना बहस के ही ऊपरी सदन से भी पास करवा लिया गया।