Tourette Syndrome: गाली बकने की आदत, टॉरेट सिंड्रोम का संकेत
Tourette Syndrome:वैज्ञानिकों का कहना है कि ये मस्तिष्क की एक स्थिति की वजह से भी हो सकता है जिसे ‘टॉरेट सिंड्रोम’ (टीएस) कहा जाता है।
Tourette Syndrome: कई लोग ऐसे होते हैं जो बात बात में गली बकते हैं या अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करते हैं या गुस्से में आकर अंडबंड बकने लगते हैं और ऐसी बकवास करने के बाद उनको राहत महसूस होती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये मस्तिष्क की एक स्थिति की वजह से भी हो सकता है जिसे ‘टॉरेट सिंड्रोम’ (टीएस) कहा जाता है।
मस्तिष्क की क्षति
‘टॉरेट सिंड्रोम’ मस्तिष्क के भीतर ‘अमिगडाला’ क्षेत्र की क्षति के कारण होता है। ‘अमिगडाला’ मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो आमतौर पर क्रोध और आक्रामकता को कम करता है। लेकिन किसी क्षति के परिणामस्वरूप क्रोध को नियंत्रित करने में असमर्थता हो सकती है, जिसमें मौखिक आक्रामकता, गाली बकना, कोसना और अश्लील भाषा का उपयोग करना शामिल है।
हैदराबाद के एक डॉक्टर ने बताया है कि ‘टीएस’ से पीड़ित एक बधिर व्यक्ति ने ‘टॉरेट’ के दौरे के दौरान अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल किया। न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार कहते हैं कि टॉरेट सिंड्रोम 1 फीसदी बच्चों को प्रभावित कर सकता है। बार-बार अश्लील शब्दों और इशारों का इस्तेमाल करने वाले एक 14 वर्षीय किशोर के इलाज के बारे में अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि वह लड़का आम तौर पर अच्छा व्यवहार करता था लेकिन पिछले छह महीनों में उसके भीतर भारी बदलाव हुआ था। उसके अनुचित शब्दों के प्रयोग के कारण लड़के के माता-पिता को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। डॉक्टर ने कहा कि अपने खराब व्यवहार को महसूस करने के बावजूद लड़का अभद्र भाषा के इस्तेमाल पर अंकुश लगाने में असमर्थ था और उसने अपने माता-पिता से कहा कि वह शर्मिंदा है लेकिन ये सब उसके कंट्रोल में नहीं है।
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हैदराबाद के अपोलो अस्पताल के एक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने कहा, एक महीने पहले, लड़के में अन्य लक्षण विकसित हुए, जैसे कि बार बार गला साफ़ करना, अपने कंधे सिकोड़ना और अपनी आँखें झपकाना आदि। वह इन पर भी नियंत्रण नहीं कर पा रहा था। ये लक्षण अपेक्षाकृत सामान्य बीमारी के लक्षण हैं।
टॉरेट सिंड्रोम
ये नर्व यानी स्नायु तंत्र का विकार है। 100 में से 1 बच्चे में टीएस का निदान किया जाता है। इसमें टिक्स यानी तेजी से मांसपेशियों की गति भी देखी जाती है जिसे नियंत्रित करना मुश्किल होता है। इसके लक्षणों में अश्लील इशारे करना, जुनूनी व्यवहार, मुंह बनाना/आँख मारना, कंधा उचकाना, बार बार गला साफ करना, चिल्लाना आदि शामिल हैं। ये रोग क्यों होता है इसका कारण अज्ञात है। इस अवस्था का कोई इलाज भी नहीं है। लेकिन ये देखा गया है कि किशोरावस्था के अंत में और 20 वर्ष की उम्र की शुरुआत में कई लोगों की स्थिति में सुधार होता है।