Heart Attack: आखिर क्यों व्यायाम करते वक्त पड़ता है हार्ट अटैक

Heart Attack: डॉक्टर बताते हैं कि दिल का दौरा तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को खून की सप्लाई करने वाली कोरोनरी धमनियों में से एक में खून की सप्लाई अचानक ब्लॉक हो जाती है।

Report :  Neel Mani Lal
Update:2022-08-10 20:24 IST

Heart Attack (Image: Social Media)

Heart Attack: कॉमेडियन और अभिनेता राजू श्रीवास्तव को जिम में वर्कआउट करने के दौरान दिल का दौरा पड़ा। लेकिन यह अपनी तरह की पहली खबर नहीं है। ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज करते वक्त या यहां तक ​​​​कि खेल के मैदान पर फुटबॉल खिलाड़ी के खेलते समय गिर कर प्राणान्त होने के कई मामले सामने आ चुके हैं।

स्पष्ट रूप से फिट व्यक्तियों को ट्रेडमिल पर व्यायाम करने या किसी अन्य प्रकार के मेहनती व्यायाम करने के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने की खबरें आई हैं। यह एक विरोधाभास लगता है, क्योंकि व्यायाम तो कार्डियक फिटनेस को बढ़ावा देने और दिल के दौरे को रोकने के लिए जाना जाता है।

लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि किसी व्यक्ति के पहले के स्वास्थ्य की स्थिति और व्यायाम की तीव्रता, विशिष्ट परिस्थितियों में कुछ खराब परिणाम दिखा सकती हैं।

आर्टरी में जमा प्लाक का टूट जाना

डॉक्टर बताते हैं कि दिल का दौरा तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को खून की सप्लाई करने वाली कोरोनरी धमनियों में से एक में खून की सप्लाई अचानक ब्लॉक हो जाती है। कोरोनरी धमनी में 70 प्रतिशत या उससे अधिक की पुरानी रुकावट, परिश्रम करने पर एनजाइना या सीने में दर्द पैदा करती है। इसकी वजह ये है कि रक्त की उपलब्ध सप्लाई व्यायाम करने वाले शरीर और हृदय की बढ़ी हुई ऑक्सीजन की मांग को पूरा नहीं करती है। इसके अलावा, दिल का दौरा तब हो सकता है जब कोरोनरी धमनियों में बनने वाले नरम प्लाक फट जाते हैं और उनसे एक बड़ा थक्का बन जाता है। यह बिना किसी पूर्व चेतावनी के लक्षण के आ सकता है। यहां तक ​​​​कि 30 प्रतिशत ब्लॉकेज वाला प्लाक भी फट सकता है और एक बड़े थक्के का निर्माण कर सकता है।

प्लाक कैसे बनते हैं?

कोरोनरी धमनियों की दीवारों पर फैली छोटी छोटी नसों में चोट के कारण सूजन पैदा होती है और इससे प्लाक बनते हैं। नसों में चोट की कई वजहें हो सकती हैं जैसे कि उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मधुमेह, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव, अपर्याप्त नींद या हालिया संक्रमण। धमनियों में प्रवाहित हो रहे खून में शामिल फैट (वसा) फिर नसों की चोट की जगह पर जमा हो कर प्लाक का रूप ले लेता है। धमनी के भीतर की नसों में सूजन के उन पुराने कारणों में से किसी में भी अचानक या गंभीर वृद्धि होने पर प्लाक टूट कर दिल के दौरे का कारण बन सकता है। जोरदार व्यायाम भी प्लाक टूटने का कारण बन सकता है या हृदय की इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी को ट्रिगर कर सकता है जिससे दिल का दौरा हो सकता है।

सुबह का समय

आमतौर पर रक्तचाप में सुबह के समय बढ़ोतरी होती है, जो एक प्राकृतिक चीज है। उस समय रक्त के थक्के जमने की प्रवृत्ति भी अधिक होती है। यदि कोई व्यक्ति, जिसमें कुछ अंतर्निहित कोरोनरी जोखिम हैं, अच्छी तरह से सोया नहीं है, डिहाइड्रेटेड है और वह जोरदार व्यायाम करने लगता है, तो प्लाक अस्थिर हो कर फट सकते हैं और बड़े थक्कों के गठन को ट्रिगर कर सकते हैं।

इसका मतलब यह नहीं है कि व्यायाम दिल के लिए बुरा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोनरी धमनियों में प्लाक बनाने और टूटने वाले जोखिम कारकों का पता लगाना और उन्हें नियंत्रित करना आवश्यक है। कई कारणों से, अन्य जनसंख्या समूहों की तुलना में भारतीयों में कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम ज्यादा होता है सो भारतीयों में देखभाल और सावधानी की अधिक आवश्यकता है।

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