पुलिस ने किया ऐसा कामः महामहिम ने बुला लिया राष्ट्रपति भवन, जानें क्या है वजह

देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है रोज नए नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संकट में कोरोना वॉरियर्स के रुप में काम करने वाले दिल्ली के तीन पुलिसकर्मियों को आज शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाएगा।

Update: 2020-08-15 04:31 GMT
राष्ट्रपति भवन में आज दिल्ली पुलिस के 3 कोरोना वॉरियर्स होंगे सम्मानित

नई दिल्लीः देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है रोज नए नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संकट में कोरोना वॉरियर्स के रुप में काम करने वाले दिल्ली के तीन पुलिसकर्मियों को आज शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाएगा। तीन पुलिसकर्मियों में से एक महिला सब इंस्पेक्टर हैं जबकि दो हेड कांस्टेबल हैं।

'कोरोना वॉरियर' को सम्मान

राष्ट्रपति भवन में 3 दिल्ली पुलिस कर्मियों को 'कोरोना वॉरियर' के रूप में उनके काम की पहचान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। खुद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों को पर्सनली तौर पर न्‍योता भेजा है। इन कोरोना वॉरियर पुलिस कर्मियों के नाम हैं एसआई सुनीता मान, जो दिल्ली के एक लोकल पुलिस स्टेशन मैदान गरी के नंबर डी -3215 में तैनात हैं। हेड कांस्टेबल मनीष कुमार, जो द्वारका डिस्ट्रिक्ट के नंबर 243 / कॉम में तैनात हैं।जबकि हेड कांस्टेबल जितेन्द्र रोहिणी जिले के पीएस कंझावला नं 645 / RD पुलिस स्टेशन पर तैनात हैं।

 

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एसआई सुनीता

एसआई सुनीता मान इस कठिन समय में महिलाओं के बीच जाकर कोरोना के बचाव के उपाय बताती हैं। अपनी ड्यूटी के साथ-साथ वे जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट वितरित करती हैं। टेस्टिंग के दौरान सुनीता सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा दयाभाव भी दिखाती हैं। उनका मानना कि मुश्किल वक्त में दयालुता भी एक सामाजिक जिम्मेदारी है। चौबीसों घंटे फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रही हैं और उन्हें सीओवीआईडी -19 के प्रसारण के संभावित खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके सुनीता जनता के साथ उच्च पेशेवर तरीके से बातचीत करती हैं और उनमें जागरूकता पैदा करती हैं।

 

हेड कांस्टेबल जितेंद्र

हेड कांस्टेबल जितेंद्र ने गरीब जनता और प्रवासी श्रमिकों के बीच भोजन के पैकेट के वितरण में असाधारण कर्तव्यों का पालन किया है। विपरीत परिस्थितियों में, उन्होंने लॉकडाउन के दौरान फंसे छात्रों, पर्यटकों और प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए अथक प्रयास किया था।

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हेड कांस्टेबल मनीष कुमार

लॉकडाउन के दौरान मनीष ने सराहनीय काम किया। उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए सामुदायिक रसोई चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो डीसीपी/द्वारका जिले के कार्यालय परिसर से चल रहा था। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने लगभग 800 जरूरतमंद लोगों को सामुदायिक रसोई से दैनिक आधार पर भोजन उपलब्ध कराया।

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