मिशन हिमाचल: अमित शाह ने अपनों को चेताया और कांग्रेस को घेरा
दो दिवसीय दौरे पर पालमपुर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं को गुटबाजी से दूर रहने की हिदायत दी है।अपने संबोधन में उन्होंने साफ कर दिया कि उनके पास गुटबाजी का इलाज है,
शिमला: दो दिवसीय दौरे पर पालमपुर पहुंचे बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं को गुटबाजी से दूर रहने की हिदायत दी है। अपने संबोधन में उन्होंने साफ कर दिया कि उनके पास गुटबाजी का इलाज है, वह पार्टी के किसी भी स्तर पर गुटबाजी सहन नहीं करेंगे। वे यही नही रुके, शाह ने साफ़ कर दिया किसी भी स्तर पर गुटबाजी सामने आई तो उसका कठोर परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें। गुटबाजी से निपटना अमित शाह का पहला एजेंडा है, यही वजह है बीजेपी ने सीएम के चेहरे पर अभी कोई फैसला नही किया है। इसके साथ ही हिमाचल के तीनों बड़े नेताओं के साथ खुली जीप में रोड शो कर एकजुटता का सन्देश भी दिया।
दो दिवसीय दौरे पर पालमपुर पहुंचे अमित शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के कई एजेंडे तय किये, जिस पर आगे बढ़कर वे प्रदेश में दो तिहाई बहुमत की सरकार बनाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे पार्टी विस्तार के लिए हिमाचल आये हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विधान सभा चुनाव में नए और युवा उम्मीदवारों को तवज्जो दी जायेगी।
केंद्र सरकार की वाहवाही और सीएम की खिंचाई
अमित शाह ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को अभी से चुनाव के लिए अलग जाने के स्पष्ट निर्देश दिये। अमित शाह ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार कर बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाए जबकि राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार को उजागर कर जनता के बीच वर्तमान सरकार का असली चेहरा पेश करें।
हां, वीरभद्र पर केंद्र सरकार ने दर्ज की एफआईआर, लेकिन असली बात बताएं
हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह पर हमला करते हुए अमितशाह ने कहा कि वे कहते है की मुझपर केंद्र सरकार ने मुकदमा दर्ज करवाया। हां, यह बात सही है लेकिन वे पूरी बात क्यों नहीं बताते की यह मुकदमा मनमोहन सिंह की सरकार में दर्ज हुआ था। उन्होंने कहा कि मैंने सार्वजनिक जीवन में किसी भी नेता को आरोपों के इतने तमगे चिपकाए कुर्सी से चिपके नहीं देखा।
क्या और जगहों जैसा होगा हिमाचल का हाल?
हाल में हुए देश भर के चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी ने अपनी विपक्षी पार्टियों के साफ़ सुथरी छवि वाले कई नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया। चाहे वह उत्तराखंड में बहुगुणा और सतपाल महराज जैसे कांग्रेसी दिग्गज हो या यूपी में रीता बहुगुणा और दिल्ली में अरविंदर सिंह लवली जैसे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष. वैसा भी कुछ हिमाचल में होने वाला है, अमित शाह के पार्टी विस्तार के बयान से इस कयास को बल मिला है वह पार्टी के साथ कुछ नए चेहरे जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि इस पर कोई नेता कुछ भी सीधे कहने से बाख रहा है।
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बिना चहरे के होंगे विधानसभा चुनाव
हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव भी यूपी और उत्तराखंड की तरह बिना किसी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाये लड़ा जा सकता हैं। हालांकि इस बाबत अमित शाह ने कहा कि सीएम के चहरे पर अभी फैसला नही हुआ है। सीएम फेस आगे करके लड़ना है या नहीं इसका फैसला शीर्ष नेतृत्व समिति ही करेगी।
नहीं हैं उम्र की सीमा
अपनी बैठक में अमित शाह ने साफ़ किया की ऐसा नहीं हैं 75 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग चुनाव नहीं लड़ेंगे. शाह ने कहा इस तरह के कई उदाहरण है, जहाँ लोगों ने चुनाव लड़े भी है और चुनाव जीते भी हैं.
नहीं बर्दाश्त करेंगे गुटबाजी
अमित शाह ने कहा कि उनके पास गुटबाजी का इलाज है, किसी भी स्तर पर गुटबाजी सहन नहीं की जाएगी। वे यही नही रुके, शाह ने साफ़ कर दिया किसी भी स्तर पर गुटबाजी सामने आई तो उसका कठोर परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें। सूत्रों की माने तो पार्टी के अन्दर चल रही गुटबाजी की तमाम सुगबुगाहट को अमित शाह ने भांपते हुए सभी नेताओं को पहले ही आगाह कर दिया।
मोदी सरकार ने तिगुना किया बजट
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब मोदी सरकार ने हिमाचल का विशेष ध्यान रखा है। यूपीए सरकार में 13वें वित्त आयोग में जहां हिमाचल को 11 हजार 131 करोड़ की राशि दी गई थी वहीँ मोदी सरकार के 14 वे वित्त आयोग में यह राशि तीन गुना से ज्यादा 28 हजार 225 करोड़ कर दी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से इन बातों को हिमाचल के जन जन तक पहुचाने का आह्वान किया।
रोड शो में जनता ने बरसाए फूल
पालमपुर पहुंचे अमित शाह का जनता ने स्वागत किया। एयरपोर्ट पर जनजातीय मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा पारम्परिक नृत्य कर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वे मुख्य सड़क तक खुली जीप में आए। इसा दौरान जेपी नड्डा, प्रेम कुमार धूमल, शांताकुमार, और प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी उनके साथ मौजूद रहे।