CAA हिंसा : दंगाइयों के पैरों तले खिसक जाएगी जमीन, रेलवे उठाएगा ऐसा कड़ा कदम

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 80 करोड़ रुपये की रेलवे संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है, इसमें शामिल लोगों से इसकी वसूली की जाएगी।

Update: 2019-12-30 11:27 GMT

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन के दौरान रेलवे को काफी क्षति हुई है। अब रेलवे बोर्ड इसकी वसूली की तैयारी कर रही है।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान 80 करोड़ रुपये की रेलवे संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है, इसमें शामिल लोगों से इसकी वसूली की जाएगी।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने कहा, सीएए के खिलाफ विरोध के दौरान लगभग 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें से 70 करोड़ रुपये पूर्वी रेलवे के हैं और 10 करोड़ रुपये नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे का है।

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सबसे ज्यादा रेलवे को यहां पर नुकसान

पश्चिम बंगाल में रेलवे को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। 21 दिसंबर को रेलवे ने जोन वार अपने नुकसान का ब्यौरा दिया था। भारतीय रेलवे का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान उसे करीब 80 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

रेलवे सुरक्षा बल के डीजी अरुण कुमार ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में स्थिति सबसे बदतर है क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर पूर्वी रेलवे है और केवल यहां 70 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।

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ममता की रैली के बाद हिंसा

उन्होंने कहा था कि बंगाल में सबसे ज्यादा हावड़ा, सीलदह और माल्दा प्रभावित रहे। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नागरिकता कानून के खिलाफ रैली के बाद रेलवे की संपत्ति पर तेजी से हमला किया गया। चीजें अब बेहतर हैं। ममता की रैली के बाद हिंसा हुई। उसके बाद किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुई।

रेलवे ने हिंसक घटनाओं को लेकर 85 एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें उसके एक दर्जन कर्मचारी घायल हो गए थे। कुमार ने कहा था कि ऐसे लोग हैं जिनकी पहचान हिंसा के वीडियो के जरिए हुई है और हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

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