New Parliament Inauguration: संसद की नई इमारत पर सियासत, राहुल गांधी ने पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने का किया विरोध

New Parliament Inauguration: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आग्रह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे। लोकसभा सचिवालय द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। अब इस पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन किए जाने का विरोध किया है।

Update: 2023-05-21 14:15 GMT
संसद भवन ( सोशल मीडिया)

New Parliament Inauguration: संसद की नई इमारत बनकर तैयार है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में इसका उद्घाटन किए जाने का निर्णय लिया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आग्रह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे। लोकसभा सचिवालय द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। अब इस पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन किए जाने का विरोध किया है।

वायनाड के पूर्व लोकसभा सांसद ने संसद भवन की इमारत का उद्घाटन प्रधानमंत्री के द्वारा किए जाने को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि ये काम देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए। उन्होंने इसे लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!

कांग्रेस इससे पहले भी संसद भवन की नई इमारत के उद्घाटन की तारीख को लेकर सवाल खड़े कर चुकी है। दरअसल, 28 मई को स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर का जन्मदिन है। वीर सावरकर के खिलाफ राहुल गांधी का रूख जगजाहिर है। वे सावरकर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधने से कभी नहीं चूकते, भले ही महाराष्ट्र में उसकी सहयोगी शिवसेना (उद्धव गुट) की नाराज क्यों न हो।

राहुल पर बीजेपी का पलटवार

राहुल गांधी के पीएम मोदी से संसद भवन का उद्घाटन न कराए जाने सरीखे बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर लीडर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संसद भवन बनाने में पूरा प्रयास नरेंद्र मोदी जी का है। नरेंद्र मोदी के कोई अच्छे काम राहुल गांधी को नहीं दिखते हैं। उनके मन में मोदी जी के लिए केवल जहर है।

पीएम मोदी ने ही किया था शिलान्यास

नई संसद भवन की इमारत का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही 10 दिसंबर 2020 को किया था। नया संसद भवन एक तिकानी इमारत है जबकि मौजूदा संसद भवन वृताकार है। अभी का संसद भवन में ब्रिटिश शासन के दौरान बना था, जो कि 93 साल पुराना है। इसमें जगह और अत्याधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था नहीं है। नए संसद भवन की संयुक्त बैठक के दौरान वहां 1272 सदस्य बैठ सकेंगे।

बता दें कि संसद की नई इमारत बनाने की लागत करीब 971 करोड़ रूपये है। इस बनाने का ठेका टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मिला है। नया संसद भवन सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट को डिजाइन गुजरात स्थित आर्किटेक्चर फ़र्म एचसीपी डिज़ाइन्स ने तैयार किया है।

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