Jammu Kashmir Encounter News: सोपोर में जबर्दस्त मुठभेड़, सेना का जवान शहीद, आतंकियों को खदेड़ रही सेना
Jammu Kashmir Encounter News: पोर पुलिस जिले के जालोरा गुज्जरपति में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सैनिक घायल हो गया और मुठभेड़ स्थल से बाहर निकाले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। सुरक्षा बलों ने रविवार को एक आतंकवादी ठिकाने को ध्वस्त करते समय गोलीबारी होते देख घेराबंदी कर दी।;
Jammu Kashmir Encounter News: जम्मू-कश्मीर के सोपोर इलाके में आतंकवादियों के साथ रात भर चली मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोपोर पुलिस जिले के जालोरा गुज्जरपति में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सैनिक घायल हो गया और मुठभेड़ स्थल से बाहर निकाले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। सुरक्षा बलों ने रविवार को एक आतंकवादी ठिकाने को ध्वस्त करते समय गोलीबारी होते देख घेराबंदी कर दी। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने रात में जालोरा गुज्जरपति पर कड़ी निगरानी रखी और आज सुबह इलाके में संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला जिले के सोपोर इलाके के जालोरा में सोमवार को आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जवान घायल हो गया। घायल जवान को श्रीनगर के सेना अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। यह जम्मू-कश्मीर में 2025 की पहली मुठभेड़ है।
पुलिस के अनुसार, आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की एक टुकड़ी ने कल दोपहर सोपोर के जालोरा इलाके के गुजरपट्टू में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ किया।
पुलिस ने कहा, "आतंकवादियों की ओर से गोलीबारी हो रही थी। गोलीबारी ठिकाने के अंदर से देखी गई।" सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की और गोलियां चलाईं। सूत्रों ने बताया कि रात भर की शांति के बाद आज तड़के फिर से गोलीबारी शुरू हो गई और तब से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल इलाके में छिपे आतंकवादियों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। विशेष पैरा कमांडो भी आतंकवाद विरोधी अभियान का हिस्सा हैं और ज़मीन पर सैनिकों की सहायता कर रहे हैं। घेराबंदी को और कड़ा करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों को इलाके में भेजा गया है।