देशभर में नक्सलवाद के खिलाफ हो सकती है निर्णायक जंग, सेना होगी शामिल!
केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सी-60 फोर्स पर हुए नक्सली हमले के बाद काफी कड़ा रुख अपनाया है। सूत्रों के मुताबिक अब जल्द ही देश भर के नक्सल प्रभावित इलाकों में एक साथ या अलग-अलग चरण में बड़ी कार्यवाही अंजाम दी जा सकती है।
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सी-60 फोर्स पर हुए नक्सली हमले के बाद काफी कड़ा रुख अपनाया है। सूत्रों के मुताबिक अब जल्द ही देश भर के नक्सल प्रभावित इलाकों में एक साथ या अलग-अलग चरण में बड़ी कार्यवाही अंजाम दी जा सकती है। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अजीत डोभाल से निर्णायक बातचीत चल रही है।
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ये निर्णय उस समय लिया गया है जब नक्सलियों के लाल बैनर सामने आए हैं। इसमें सरकार को धमकी देते हुए कहा गया कि नक्सली इलाके में किस भी तरह के विकास और सड़क निर्माण के खिलाफ हैं। ये बैनर गढ़चिरौली में उस जगह लगाए गए हैं, जहां 15 जवान शहीद हो गए थे।
सूत्रों के मुताबिक देश में इस समय लोकसभा चुनाव अपने चरम पर है और अर्धसैनिक बल उसकी सुरक्षा में लगे हैं। ऐसे में नक्सली इलाकों में सुरक्षा में थोड़ी ढील दी गई थी। लेकिन नक्सली दुस्साहस के बाद सरकार उनसे कड़ाई से निपटने का मन बना रही है।
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हमारे सूत्रों ने बताया कि सरकार सेना को भी इस आपरेशन में उतार सकती है। इसके लिए उच्चाधिकारियों के बीच मंथन चल रहा है कि इस आपरेशन को कैसे अंजाम दिया जाए, ताकि कम से कम जानमाल का नुकसान हो और नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ दिया जाए।
यदि ऐसा होता है तो ये नक्सलियों पर अबतक की सबसे बड़ी कार्यवाही होगी। इसके साथ ही ये उन सभी के लिए एक संदेश होगा जो देश को खोखला करने की साजिश रचते हैं।