पाकिस्तान और चीन की होगी खटिया खड़ी: IAF के बेड़ें में शामिल होंगे नए फाइटर जेट

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) को मात्र 39,000 करोड़ रुपये में 83 सिंगल इंजन तेजस (Tejas) लड़ाकू विमान मिलेंगे। साथ ही इनका सपोर्ट पैकेज भी साथ में ही आएगा।

Update:2020-02-17 13:29 IST
पाकिस्तान और चीन की होगी खटिया खड़ी: IAF के बेड़ें में शामिल होंगे नए फाइटर जेट

नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) को मात्र 39,000 करोड़ रुपये में 83 सिंगल इंजन तेजस (Tejas) लड़ाकू विमान मिलेंगे। साथ ही इनका सपोर्ट पैकेज भी साथ में ही आएगा। ये सभी 83 सिंगल इंजन Tejas लड़ाकू विमान की सप्लाई हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्सा लिमिटेड (HAL) करेगा। इस डील की सबसे खास बात यह है कि पहले यह डील 56,500 करोड़ रुपये की थी, लेकिन अब मात्र 39,000 करोड़ रुपये में ही ये डील डन की जाएगी। करीब एक साल तक की बातचीत के बाद इस डील में 17,000 करोड़ रुपये की कमी आई है। यह देसी मिलिट्री एविएशन सेक्टयर की सबसे बड़ी डील है।

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अंतिम मंजूरी देगा कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी

इस डील को लेकर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल सुरक्षा पर बनी कैबिनेट समिति के पास क्लियरेंस के लिए भेजी जा चुकी है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 31 मार्च से पहले इस डील को मंजूरी मिल जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डील हो जाने के बाद HAL ने तीन साल में फाइटर जेट्स की डिलीवरी शुरू करने का वादा किया है।

2016 में पहली बार तेजस की डील को मिली थी मंजूरी

रक्षा अधिग्रहण परिषद (Defense acquisition council- DAC) ने नवंबर, 2016 में पहली बार 49 हजार 797 करोड़ रुपये में 83 तेजस जेट्स खरीदने की डील को मंजूरी दी थी। HAL ने तेजस के इस डील के लिए 56,500 करोड़ रुपये का कोटेशन सामने रखा था। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच बातचीत का लंबा दौर चला। बातचीत के दौरान वायुसेना ने भी अपनी कुछ जरूरतों में कटौती की, जिसके बाद यह डील 39,000 करोड़ रुपये में फाइनल होती हुई दिख रही है।

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भारतीय वायुसेना की शक्ति को बढ़ाने की लिए हो रही खरीद

बता दें कि भारत को पाकिस्तान और चीन के खिलाफ रक्षा मोर्चे को और अधिक मजबूत करने के लिए कम से कम 30 स्क्वाड्रन (प्रत्येक स्क्वाड्रन में 18 जेट) की जरूरत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय वायुसेना लगातार हल्के फाइटर जेट की डील कर रहा है। भारतीय वायुसेना के पास इस वक्त 30 फाइटर स्क्वाड्रन हैं, जबकि पाकिस्तान और चीन से निपटने के लिए कम से कम भारत को 42 चाहिए। तेजस की खरीद के जरिए इस कमी को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।

क्या-क्या होगा खास इस नए तेजस में?

Mark-1 के मुकाबले Mark-1A में 43 ‘इम्प्रूावमेंट्’ होगी। इसमें नया रडार होगा। साथ ही इसमें एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग की सुविधा भी मिलेगी। लॉन्ग रेंज बियॉन्ड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल्स और दुश्मनों के रडार और मिसाइलों को जैम करने के लिए एडवांस्ड‍ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम भी इसमें लगा होगा।

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