नूंह हिंसा पर BJP-JJP में खींचतान, DCM दुष्यंत चौटाला ने मोनू मानेसर को ठहराया जिम्मेदार,सीएम और गृह मंत्री कर रहे बचाव

Haryana Nuh Violence Update: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत के बाद से ही मोनू मानेसर का नाम काफी चर्चाओं में है। हालांकि मानेसर का कहना है कि उन्होंने शोभायात्रा में हिस्सा नहीं लिया था और ऐसे में उन्हें जिम्मेदार ठहराना पूरी तरह गलत है।

Update:2023-08-03 09:30 IST
मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला (सोशल मीडिया)

Haryana Nuh Violence Update: हरियाणा के नूंह में शोभायात्रा पर हुए हमले के बाद भड़की हिंसा की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा की घटनाओं में अभी तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। नूंह की हिंसा को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी गठबंधन में भी मतभेद उभरता दिख रहा है। हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा की घटना के लिए विपक्षी दलों की ओर से बजरंग दल की गौरक्षक शाखा के प्रमुख मोनू मानेसर को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

अब हरियाणा के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने भी मोनू मानेसर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मोनू मानेसर ने आग में घी डालने का काम किया। दूसरी ओर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गृह मंत्री अनिल विज और भाजपा के अन्य नेताओं की ओर से मोनू मानेसर का बचाव किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे को लेकर दोनों दलों के बीच खींचतान और तेज होने के आसार दिख रहे हैं।

मानेसर ने आग में घी डालने का काम किया

हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत के बाद से ही मोनू मानेसर का नाम काफी चर्चाओं में है। हालांकि मानेसर का कहना है कि उन्होंने शोभायात्रा में हिस्सा नहीं लिया था और ऐसे में उन्हें जिम्मेदार ठहराना पूरी तरह गलत है। दूसरी ओर विपक्षी दलों का कहना है कि मोनू मानेसर की ओर से शोभायात्रा में शामिल होने का वीडियो पोस्ट किए जाने से दूसरे समुदाय में नाराजगी भड़की। विपक्षी दलों का कहना है कि इसी कारण शोभायात्रा पर हमले की घटना हुई।

अब इस मामले में जेजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी कूद पड़े हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कई लोग खुद को गौरक्षक बताते हैं मगर वे खुद गाय नहीं पालते। इस मुद्दे पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने मोनू मानेसर की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसने आग में घी डालने का काम किया। चौटाला ने यह भी कहा कि पुलिस ने मानेसर को चिन्हित कर लिया है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

चौटाला ने प्रशासन की विफलता स्वीकारी

दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के संबंध में रिपोर्ट भी तलब की है। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए,चाहे वे कितने भी ताकतवर हों। उन्होंने प्रशासन की विफलता की बात भी स्वीकार की और कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने नूंह की हिंसा को प्रशासन और पुलिस की विफलता बताते हुए कहा कि पुलिस को शोभायात्रा में उमड़ने वाली भीड़ के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने घटना के दिन पुलिस अधीक्षक के छुट्टी पर होने का भी जिक्र किया।

गृह मंत्री और भाजपा नेता कर रहे मानेसर का बचाव

दुष्यंत चौटाला का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भाजपा विहिप और बजरंग दल की ओर से मोनू मानेसर का खुलकर बचाव किया जा रहा है। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और विधानसभा अध्यक्ष समेत भाजपा के कई नेताओं ने मोनू मानेसर का बचाव करते हुए कहा कि वह शोभायात्रा में शामिल नहीं था। ऐसे में उसे हिंसा के लिए कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। भाजपा नेताओं का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के लोग हिंसा को सही ठहराने के लिए उसके नाम का इस्तेमाल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। गृह मंत्री अनिल विज ने मोनू मानेसर को क्लीन चिट देते हुए कहा कि मोनू का नाम इस हिंसा के साथ जोड़ा जाना उचित नहीं है।

गृह मंत्री ने यह भी कहा कि मोनू मानेसर की ओर से शेयर किया गया वीडियो भड़काऊ नहीं था। इस वीडियो में मोनू की ओर से शोभायात्रा में शामिल होने की अपील की गई है। मोनू ने अपने वीडियो में हिंसा में शामिल होने की कोई भी बात नहीं कही है। गृह मंत्री ने कहा कि वैसे हम हिंसा से जुड़ी घटनाओं में हर पहलू की जांच कर रहे हैं।

सीएम बोले-हमें मानेसर के ठिकाने की जानकारी नहीं

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी मोनू मानेसर की वजह से हिंसा भड़कने की बात स्वीकार नहीं की है। बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मोनू के खिलाफ राजस्थान में एक मामला चल रहा है। राजस्थान पुलिस की ओर से मोनू की तलाश की जा रही है। राजस्थान पुलिस मोनू के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। हमें मोनू के ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं है।

शोभायात्रा को लेकर भी दिखा मतभेद

शोभायात्रा को लेकर भी दुष्यंत चौटाला और भाजपा व विहिप के नेताओं में मतभेद दिखा है। दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया है कि जुलूस के आयोजकों की ओर से पुलिस को पूरी जानकारी नहीं दी गई। आयोजकों की ओर से पुलिस को गुमराह किया गया क्योंकि उन्होंने यह नहीं बताया कि जुलूस में कितनी भीड़ उमड़ने वाली है।

दूसरी ओर भाजपा और विहिप नेताओं का कहना है कि यह यात्रा तीन वर्षों से निकाली जा रही है और इस यात्रा के संबंध में पुलिस से पहले ही अनुमति ली गई थी। पुलिस को इस बाबत पूरी जानकारी थी कि यात्रा में भारी भीड़ उमड़ेगी। उनका आरोप है कि इस यात्रा पर साजिश के तहत असामाजिक तत्वों की ओर से हमला किया गया है।

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