PM Modi Mann Ki Baat: मन की बात में पीएम मोदी ने दी चैत्र नवरात्री की बधाई, गर्मियों में पक्षियों के ध्यान रखने की अपील

PM Modi Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को नववर्ष की बधाई दी है।;

Update:2025-03-30 11:21 IST

PM Modi Mann Ki Baat

PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन के कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को चैत्र नवरात्री, गुड़ी पाड़वा और भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी के मन की बात का यह 120वां कार्यक्रम है। पीएम मोदी ने कहा कि 'आज चैत्र नवरात्र के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। आज से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है। आज से भारतीय नववर्ष की भी शुरुआत हो रही है। यह विक्रम संवत 2082 की शुरुआत है।

बच्चों से छुट्टियों के लिए की ये खास अपील

आज मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बच्चों की गर्मियों के छुट्टियों के लिए खास अपील की। उन्होंने कहा कि छुट्टियों में बच्चों के पास बहुत समय होता है। उस समय में बच्चे नई नई चीजें सीख सकते हैं। बच्चों को ऐसे समय में स्किल्स सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे प्लेटफॉर्म की कमी नहीं है जहाँ वो कुछ सीख नहीं सकते। आज सम्बोधन में पीएम मोदी ने MY-Bharat के खास कैलेंडर की बात की। जिसपर उन्होंने कहा कि यह गर्मियों की छुट्टियों के लिए खास तौर पर बनाया गया है। इस कैलेंडर की खासियत के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसमें बच्चे जान सकते हैं कि जन औषधि केंद्र कैसे काम करते हैं। आप वाइब्रेंट विलेज अभियान का हिस्सा बनकर सीमावर्ती गांवों का अनोखा अनुभव ले सकते हैं।

जल सरंक्षण की अपील- पीएम मोदी 

मन की बात में आज पीएम मोदी ने गर्मियों के दिनों में पक्षियों के लिए छत पर पानी रखने की अपील की। साथ ही पीएम मोदी ने लोगों से जल सरंक्षण की भी अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि बारिश की बूंदों को हम सरंक्षित करके बहुत सारा पानी बचा सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इस अभियान के तहत देश के कई हिस्सों में जल संरक्षण के अभूतपूर्व काम हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले -8 साल में बने टैंक, तालाब और अन्य कई तरीकों से हमने 11 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी संरक्षित किया है। प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के गडग जिले में सूख गईं झीलों को गांव के लोगों द्वारा पुनर्जीवित करने की बात बताई। उन्होंने कहा कि यह कैच द रेन अभियान का शानदार उदाहरण है।


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