कोरोना संकट: इस राज्य सरकार का बड़ा फैसला, सबकी होगी स्क्रीनिंग

कोरोना के बढ़ते मामले को देशभर लॉकडाउन की घोषणा की गयी है और अब अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान के सभी साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग करने का फैसला किया है...

Update: 2020-04-01 18:16 GMT

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामले को देशभर लॉकडाउन की घोषणा की गयी है और अब अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान के सभी साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग करने का फैसला किया है। स्क्रीनिंग के बाद अगर किसी में कोरोना संक्रमण की शंका हुई तो सैंपल टेस्टिंग भी किया जायेगा। मेडिकल विभाग के कर्मचारियों के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारी स्क्रीनिंग का काम करेंगे।

ये भी पढ़ें: PM मोदी ने चीन के प्रधानमंत्री से की बात, कहा- कोरोना वायरस से निपटने के लिए…

कोरोना प्रभावित 11 जिलों में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है

बता दें कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में स्क्रीनिंग का काम शुरू करने की तैयारी कर ली गई है। फिलहाल राजस्थान के कोरोना प्रभावित 11 जिलों में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है और अगले एक-दो दिन में प्रदेश के सभी 33 जिलों के साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग पूरी कर ली जाएगी।

उन्होंने कहा कि 3 करोड़ 26 लाख लोगों की स्क्रीनिंग राजस्थान में हो चुकी है। हमारी जनसंख्या के 45 फीसदी से ज्यादा है। अब हमने जो मैकेनिजम तैयार किया है, जिसके तहत अब पूरे साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग कर लें। ताकि इसमें जो कोरोना संक्रमण के मामले संदिग्ध होंगे हम उनके सैंपल लेकर उनके इलाज की दिशा में कदम उठा सकें।

ये भी पढ़ें: हेलो..! कंट्रोल रूम, सरजी लॉकडाउन की वजह से मैं बाहर फंसा हूं, मेरी बीबी…

साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना का संक्रमण बाहर से आने वाले लोगों की वजह से फैला है। दिल्ली के एयरपोर्ट पर ये उतरे और अपने निजी साधनों के जरिए अपने-अपने घर आ गए। इन लोगों के ट्रैवेल प्लान की कोई जानकारी नहीं मिली और न ही हमें ये जानकारी है कि इनकी दिल्ली में स्क्रीनिंग हुई है कि नहीं।

 

ये भी पढ़ें: कोरोना से लड़ाई में PM CARES फंड में आएगी विदेश से भी मदद, जानिए …

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के बाद भारी संख्या में लोग वापस राजस्थान आए हैं। ऐसे में हम अब सभी की जांच करना चाहते हैं ताकि एक भी शख्स स्क्रीनिंग से न रह जाए, क्योंकि अगर किसी एक भी सदस्य में कोरोना संक्रमण रह गया तो हम इस महामारी को मात नहीं दे पाएंगे।

ये भी पढ़ें: स्थगित हुआ महामूर्ख सम्मेलन तो लोगों ने कहा, ‘पहली बार की अकल की बात’

Tags:    

Similar News