रॉकेट से उड़ेंगे दुश्मन: भारत को मिली बड़ी सफलता, मिशन हुआ पूरा

भारत को फिर से एक बार बड़ी सफलता हासिल हुई है। आज यानी बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर में पिनाका एमके- I रॉकेट (Pinaka Mk-I rockets) के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण कर लिया है।

Update:2020-11-04 18:23 IST
भारत को फिर से एक बार बड़ी सफलता हासिल हुई है। आज यानी बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर में पिनाका एमके- I रॉकेट (Pinaka Mk-I rockets) के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण कर लिया है।

नई दिल्ली। भारत को फिर से एक बार बड़ी सफलता हासिल हुई है। आज यानी बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर में पिनाका एमके- I रॉकेट (Pinaka Mk-I rockets) के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण कर लिया है। ऐसे में दिशा-निर्देशन प्रणाली वाले इस रॉकेट (गाइडेड) की मारक क्षमता बढ़ाई गई है। बता दें, यह परीक्षण प्रूफ एंड एक्सपेरीमेंट एस्टैब्लिशमेंट से किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्रृंखला में कुल 6 रॉकेट लॉन्च किए गए थे और सभी परीक्षण पूर्ण मिशन उद्देश्यों को पूरा करने में सक्षम थे।

ये भी पढ़ें...बाहुबली वापस आ रही: फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी, फिर मचेगा धमाल

ये भी पढ़ें...करवा चौथ में खुदकुशी: सुसाइड नोट में लिखा ऐसा, मुझे माफ़ करना

नौवहन, दिशानिर्देशन एवं नियंत्रण किट भी विकसित

ऐसे में इस बारे में एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी उड़ान लेखों को टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे रेंज इंस्ट्रूमेंट्स द्वारा ट्रैक किया गया। उन्होंने बताया कि पिनाका एमके- I वर्तमान मे मौजूद पिनाका का लेटेस्ट वर्जन है।

सूत्रों से हिसाब से पहले पिनाका में दिशानिर्देशन प्रणाली नहीं थी, उसे अब अपग्रेड कर दिशानिर्देशन प्रणाली से लैस किया गया है। इसी कड़ी में हैदराबाद रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) ने नौवहन, दिशानिर्देशन एवं नियंत्रण किट विकसित किया था।

फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...सरकार का बड़ा ऐलान: जारी हुई इस राज्य में गाइडलाइन, बदलेंगे ये सभी नियम

ये भी पढ़ें...सीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना, पहले हर रोज एक नया घोटाला सामने आता था

मारक क्षमता और सटीकता बढ़ाई

इसके साथ ही मारक क्षमता और सटीकता बढ़ाई गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले के पिनाका में गाइड करने की तकनीक नहीं थी, उसे अब अपग्रेड कर गाइडिंग प्रणाली से लैस कर दिया गया है। इसी कड़ी में हैदराबाद रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) ने नौवहन, दिशानिर्देशन एवं नियंत्रण किट भी विकसित की थी।

आपको बता दें, कि इसे आरसीआई रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अंतर्गत विकसित किया गया है। वहीं, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के मुताबिक, इस रॉकेट में बड़ा परिवर्तन किया गया है, जिससे पिनाका की मारक क्षमता और सटीकता बढ़ती ही जा रही है।

ये भी पढ़ें...हाथरस केस: कोर्ट ने 48 घंटे की पुलिस हिरासत में भेजा, आरोपी PFI सदस्य

ये भी पढ़ें...महाराष्ट्रः 5 नवंबर से शर्तों के साथ खुल जाएंगे सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स

Tags:    

Similar News