चीन की धोखेबाजी के खिलाफ पूरे देश में नाराजगी, लोगों ने यूं किया गुस्से का इजहार
लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैन्य कर्मियों के साथ चीन की धोखेबाजी के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा भड़क गया है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैन्य कर्मियों के साथ चीन की धोखेबाजी के बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा भड़क गया है। देश के विभिन्न हिस्सों में चीन के खिलाफ प्रदर्शन के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका गया और चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील की गई। कई स्थानों पर चीन के सामानों की होली भी जलाई गई। चीन के मोबाइल ऐप हटाने की मुहिम भी तेज हो गई है।
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चीनी मोबाइल कंपनी पर जड़ा ताला
लद्दाख में चीन के आक्रामक रवैये से नाराज लोगों ने ग्रेटर नोएडा में चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो पर जोरदार प्रदर्शन किया। हिंदू रक्षा दल के बैनर तले काफी संख्या में लोग कंपनी के मुख्य गेट पर पहुंचे और ताला जड़ दिया। संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मांग की कि ग्रेटर नोएडा में इस कंपनी को बंद किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीनी सेना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ओप्पो कंपनी के बाहर जुटी भीड़ को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत किया। मौके पर मौजूद लोगों ने गलवान में शहीद हुए सैन्य कर्मियों की याद में मौन भी रखा। हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक ने धोखे से भारतीय सेना के 20 जवानों को मारने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि चीन के साथ सभी प्रकार का कारोबार खत्म किया जाना चाहिए।
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पंजाब के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन
पंजाब में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने प्रदर्शन करके चीन के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। पंजाब के पठानकोट, मोगा, पटियाला और संगरूर आदि जिलों में लोगों ने सड़कों पर उतरकर चीन के खिलाफ गुस्से का इजहार किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि चीनी सैनिकों ने धोखे से हमारे सैन्यकर्मियों को शहीद कर दिया और इसलिए चीनी सामानों का बहिष्कार किया जाना चाहिए।
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आप ने केंद्र से की ये मांग
आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली सहित विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन करके गलवान घाटी में चीनी कार्रवाई की निंदा की गई। आप नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए और चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। आप की ओर से केंद्र सरकार से यह भी मांग की गई कि चीन के साथ सभी प्रकार के व्यापारिक रिश्ते तोड़ दिए जाएं।
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उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों में प्रदर्शन
उत्तराखंड में भी चीन के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया है। उत्तरकाशी के सीमावर्ती गांवों में चीन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किए जा रहे हैं। शनिवार को भी सीमावर्ती इलाकों में चीन के खिलाफ जुलूस निकाला गया और चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जरूरत पड़ने पर वे सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने के लिए तैयार हैं। ग्रामीणों ने चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करने और चाइनीज ऐप अपने मोबाइल से हटाने का भी संकल्प लिया।
हिमाचल के लोगों ने लिया संकल्प
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में तिब्बती समुदाय के लोगों ने चीन में निर्मित उत्पादों का प्रयोग न करने का संकल्प लिया। मंडी में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला भी फूंका गया। मंडी के अलावा हमीरपुर, धर्मशाला और चंबा में भी लोगों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया।
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सीएआईटी ने शुरू किया सर्वेक्षण
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने चीनी सामानों के खिलाफ ऑनलाइन सर्वेक्षण शुरू करते हुए बहिष्कार पर लोगों से राय मांगी है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतीया व राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि यह सर्वेक्षण 26 जून तक चलेगा। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के प्रारंभिक नतीजे काफी उत्साहजनक हैं और इससे देश के मूड का पता चलता है। गलवान में हुई घटना के बाद लोग पूरी मजबूती से सरकार और सेना के साथ हैं। संगठन ने भारतीय सम्मान, हमारा अभिमान नाम से मुहिम भी छेड़ रखी है।
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बीसीसीआई से करार रद्द करने की मांग
व्यापारियों के संगठन चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र लिखकर चीनी कंपनियों के साथ बीसीसीआई का करार रद्द करने की मांग की है। सीटीआई के संयोजक बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने चेतावनी दी कि अगर बीसीसीआई ने संगठन की मांग पर गौर नहीं फरमाया तो आईपीएल समय सभी क्रिकेट सीरीज का बहिष्कार किया जाएगा।
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