भारत में पाबंदियां फिर से: तबाही के मिल रहे संकेत, देश में कोरोना पसार रहा पैर
महाराष्ट्र के अधिक प्रभावित इलाकों में फिर से लॉकडाउन लागू होने के साथ अन्य राज्यों ने प्रभावित राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी शुरू कर दी है।
नीलमणि लाल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में फिर से उछाल आना शुरू हो गया है। महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश राज्यों की हालत सबसे अधिक खराब है। ऐसे में प्रभावित राज्यों ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के अधिक प्रभावित इलाकों में फिर से लॉकडाउन लागू होने के साथ अन्य राज्यों ने प्रभावित राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी शुरू कर दी है। दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आने वाले लोगों को अब दिल्ली में दाखिल होने के लिए कोरोना वायरस की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। जांच भी अधिकतम 72 घंटे पहले की होनी चाहिए। ये व्यवस्था 26 फरवरी से 15 मार्च तक लागू रहेगी। उसकी बाद स्थिति के अनुसार समीक्षा की जायेगी।
केंद्र सरकार की अपील
कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद केंद्र सरकार ने सभी हवाईअड्डों पर बाहर से आने वाले लोगों की आरटी-पीसीआर जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा जो लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं उनका जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट भी कराया जा रहा है ताकि पता चल सके कि कोरोना के किस स्ट्रेन का संक्रमण है। केंद्र ने सभी राज्यों से संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक ऐहतियाती कदम उठाने की अपील की है। केंद्र ने कहा है कि हॉटस्पॉट इलाकों की पहचान कर लॉकडाउन लगाने और अन्य पाबंदियों सहित बचाव के नियमों को लागू किया जाये।
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महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा नए मामले
कोरोना की नई लहर का प्रकोप महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है जहाँ पिछले नौ दिनों में संक्रमण के 45,908 नए मामले सामने आ चुके हैं। अब राज्य में सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गयी है और नियमों का पालन नहीं करने पर लॉकडाउन की चेतावनी दी गयी है। पुणे और नागपुर में स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया है। होटल, रेस्टोरेंट और बार के संचालन की समय सीमा को भी घटा दिया है। रात में अनावश्यक घूमने पर भी पाबंदी लगाई गई है। अमरावती, अकोला, बुलढाना, वाशिम, यवतमाल में 1 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया है। आवश्यक सेवाओं के अलावा बाजारों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुंबई, पिंपरी चिंचवाड़, नासिक, औरंगाबाद, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण आदि क्षेत्रों में कोरोना नियमों के पालन के लिए सख्ती बरती जा रही है। बिना मास्क घूमने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
केरल में अलर्ट
कोरोना के बारे में पहले कभी केरल मॉडल की तारीफ की जाती थी लेकिन अब वह मॉडल सफल साबित नहीं हुआ है। केरल में नए मामले आने लगे हैं। राज्य में पिछले कई दिनों से 3,000 से 4,000 के बीच नए मामले सामने आ रहे हैं। केरल सरकार ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर बाहर से आने वाले लोगों की जांच संख्या को बढ़ा दिया है। अब महामारी से बचाव के नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है।
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मध्य प्रदेश भी सतर्क
मध्य प्रदेश में कोरोना काफी हद तक शांत हो गया था लेकिन पिछले एक सप्ताह में संक्रमण के मामलों में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2,59,721 पर पहुंच गई है। अब भोपाल और इंदौर में नियमों का सख्ती से पालन कराने का फैसला किया गया है। राज्य के सभी जिलों में बहार से आने वाले व्यक्तियों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमितों को राज्य में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पड़ोसी राज्य राजस्थान में अब 21 मार्च निषेधाज्ञा का सख्ती से पालन करने का फैसला किया है। राज्य में मास्क और अन्य एहतियात सख्ती से लागू कराये जा रहे हैं।
कर्नाटक में भी सख्ती
कर्नाटक में संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए पाबंदियां लगाई गई है। राज्य में मैरिज हॉल में मार्शलों की तैनाती की जाएगी ताकि भीड़ को रोका जा सके और नियम लागू कराये जा सकें। एक सभा में 50 से ज्यादा लोगों को जाने की अनुमति नहीं है। सभी के लिए फेस मास्क अनिवार्य किया गया है। केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य की गई है।
कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही लोगों को राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है। कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा पर जांच के लिए पांच चेक पोस्ट बनाए गए हैं। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में एक बार फिर से फ्लू, साधारण सर्दी-जुकाम और कफ के मामले बढ़ने लगे हैं और डॉक्टरों ने लोगों से कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रति सावधान रहने की अपील की है।
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उन्होंने तापमान में गिरावट और हालिया बारिश को फ्लू और सर्दी-जुकाम के इन मामलों के लिए जिम्मेदार बताया है, हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से ऐसा होने की संभावना को भी उन्होंने खारिज नहीं किया है। पड़ोसी राज्य तमिलनाडु ने केरल की सीमा से लगे जिलों में सख्ती बढ़ा दी है। चेन्नई सहित अन्य एयरपोर्ट पर ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन सहित अन्य यूरोपीय देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है। निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही यात्रियों को राज्य में प्रवेश देने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड की सीमा पर कोरोना जांच
उत्तराखंड सरकार ने भी ऐहतियाती कदम उठाए हैं। सरकार ने महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से राज्य में आने वाले लोगों की बॉर्डर पर ही कोरोना जांच के आदेश दिए हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इन पांच राज्यों से आने वाले लोगों की रेंडम जांच की जाएगी।